शादी के निमंत्रण पत्रों की बनावट अब पहले की तुलना में बहुत बदल चुकी है, यह बदलाव अब सामाजिक स्तर को पार कर सियासी परिधि में प्रवेश कर रहा है. अब शादी के कार्ड सियासी दलों के प्रचार का भी माध्यम बन रहे हैं.
सियासी दलों और नेताओं के प्रति दीवानगी के अलग-अलग अंदाज देखने को मिलते रहते हैं, इसी में अब एक नया शगल जुड़ गया है, शादी के निमंत्रण पत्र पर अपने पसंदीदा नेता या दल को वोट देने की अपील. आम आदमी पार्टी अपनी स्थापना के बाद से ही एक अलग तरीके की राजनीति को लेकर चर्चा में बनी रही है. इसके समर्थकों में भी अब पार्टी के प्रति अलग तरह की दीवानगी देखने को मिल रही है.
'सीएम केजरीवाल ने जताई नाराजगी'
गौरतलब है कि शकील मलिक खुद आम आदमी पार्टी से जुड़े हैं और वे पार्टी की तरफ से उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी हैं. उन्होंने बताया कि यह शादी बिना दहेज के हो रही है. इस शादी में जातिगत बंधनों को भी तोड़ा गया है. उन्होंने इस शादी के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी आमंत्रित किया है. शकील ने बताया कि जब वे कार्ड लेकर सीएम के यहां पहुंचें, तो केजरीवाल इससे बहुत प्रभावित हुए लेकिन उन्होंने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की कि कार्ड में फिजूलखर्ची की है.
केजरीवाल का कहना था कि इस पैसे को आप पार्टी फंड में डोनेट कर सकते थे या किसी गरीब की मदद कर सकते थे. शकील ने बताया कि उनसे वर वधु ने वादा किया है कि शादी के बाद वे कार्ड की लागत का 10 गुना पैसा पार्टी को डोनट करेंगे.
भाजपा के लिए भी की गई थी अपील!
गौरतलब है कि पहले भी इस तरह की अपील वाले कार्ड दिख चुके हैं. पिछले ही महीने गुजरात के एक कपल ने अपनी शादी के कार्ड पर भाजपा को चंदा और वोट देने की अपील की थी, साथ ही उन्होंने कार्ड के एक हिस्से में राफेल मुद्दे पर भाजपा द्वारा दी गई सफाई को छपवाया था.