नई दिल्ली: दिल्ली वालों को पीने का पानी मुहैया कराने वाले जल बोर्ड का पानी 'जहरीला' है. भारतीय मानक ब्यूरो के रिपोर्ट में दिल्ली जल बोर्ड के पानी को सबसे खराब बताया गया है. वहीं दिल्ली के नवनिर्मित सोनिया विहार वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में किस तरह पानी को पीने लायक बनाया जाता है इसका मुआयना ईटीवी भारत की टीम ने किया.
दरअसल कुल चार चरणों के तहत यहां अन्य राज्यों से आने वाले नदियों के पानी को शुद्व किया जाता है. जिसमें गंगा, यमुना नदी भी शामिल है. पानी को लोगों तक पहुंचाने से पहले साफ किया जाता है. फिर सोनिया विहार वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से प्रतिदिन 140 एमजीडी पानी पीने योग्य बनाकर दिल्ली के रिहायशी इलाकों में सप्लाई किया जाता है.
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया से जब हमने बात की तो उन्होंने कहा कि ट्रीटमेंट प्लांट में पानी को जब साफ किया जाता है. इसमें कैमिकल मिलाए जाते हैं और कई चरणों में जो साफ करने की प्रक्रिया है इसे तैयार पानी की गुणवत्ता प्रत्येक घंटे जांच की जाती है. वहीं मानक पर खरे न उतरने वाला पानी को बेकार घोषित कर बहा दिया जाता है.
गुणवत्ता में कमी होने पर होगी कार्रवाई
भारतीय मानक ब्यूरो के पैमाने पर ही साफ पानी घरों में आपूर्ति की जाती है. अगर भारतीय मानक ब्यूरो ने जिन 11 सैंपल जांच के लिए थे, उसकी सूची आज दिल्ली सरकार को मिली है. दोबारा उन लोगों के घरों से जल बोर्ड पानी का सैंपल एकत्रित कर उसकी गुणवत्ता की जांच करेगा. अगर कहीं कमी पाई जाती है तो इस पर भी कार्रवाई होगी.
रिपोर्ट में दिल्ली का पानी सबसे खराब
भारतीय जनता पार्टी लगातार दो दिनों से जिस तरह दिल्ली के पानी को जहरीला बताते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. यह राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश है. बता दें कि तीन दिन पहले भारतीय मानक ब्यूरो ने देश के 20 राज्यों से एकत्रित किए गए पानी के नमूनों की जांच के बाद रिपोर्ट सार्वजनिक की थी. जिसमें दिल्ली का पानी गुणवत्ता के लिहाज से सबसे निचले पायदान पर था.