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वोटर वेरिफिकेशन: दिल्ली के 1.1 करोड़ लोग हुए वेरीफाई, प्रक्रिया जारी - दिल्ली के वोटर

नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल में तब तक 1 लाख 65 हजार 770 लोगों ने वेरिफिकेशन पूरी की है. वहीं हेल्पलाइन के माध्यम से 45 हजार 408 लोगों ने वेरिफिकेशन पूरी की है. इसी तरह 40 लाख 54 हजार 213 लोगों को बूथ लेवल ऑफिसर घर-घर जाकर वेरीफाई कर चुके हैं.

दिल्ली आयोगआयोग
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Published : Oct 25, 2019, 2:24 AM IST

Updated : Oct 25, 2019, 9:02 AM IST

नई दिल्ली: देशभर में चल रहे चुनाव आयोग के विशेष वोटर वेरिफिकेशन अभियान में दिल्ली के वोटर भी हिस्सा ले रहे हैं. बता दें कि अलग-अलग तरीकों से राजधानी में अब तक 1.1 करोड़ लोग वेरिफाइड हो चुके हैं, जबकि ये प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक जारी रहेगी.

Voter verification:1.1 crore people of Delhi verified, process continues
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह

वहीं चुनाव आयोग का दावा है कि ऐप, हेल्पलाइन, वेबसाइट, सर्विस सेंटर समेत तमाम अन्य तरीकों से काम लगातार चल रहा है और 31 अक्टूबर तक सभी वोटर वेरीफाई हो जाएंगे.

जानकारी के मुताबिक, नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल में तब तक 1 लाख 65 हजार 770 लोगों ने वेरिफिकेशन पूरी की है. वहीं हेल्पलाइन की माध्यम से 45 हजार 408 लोगों ने वेरिफिकेशन पूरी की है. इसी तरह 40 लाख 54 हजार 213 लोगों को बूथ लेवल ऑफिसर घर-घर जाकर वेरीफाई कर चुके हैं. इससे अलग कॉमन सर्विस सेंटर और वोटर सेंटर्स के माध्यम से भी लाखों लोगों को वेरीफाई किया जा चुका है.

क्या है वोटर वेरिफिकेशन प्रोग्राम

वोटर वेरिफिकेशन प्रोग्राम के तहत चुनाव अधिकारी अपने-अपने इलाके में लोगों को इलेक्टोरल रोल में उनकी निजी जानकारी चेक करने के लिए जागरुक करता है. ऐसे में पहचान की पुष्टि के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, आदि का इस्तेमाल किया जाता है. गौर करने वाली बात है कि इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से जानकारी अपडेट कराई जा जाती है और चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मोबाइल ऐप उपलब्ध भी है, जिससे पूरी प्रक्रिया घर बैठे भी की जा सकती है.

'वेरिफिकेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है'

बता दें कि पिछले दिनों ईटीवी भारत से खास बातचीत में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया था कि चुनाव कब होने हैं. ये चुनाव आयोग का निर्णय होता है. तैयारियों के नाम पर सबसे जरूरी होता है, वोटरल लिस्ट. इसे दुरुस्त करने के लिए वेरिफिकेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है. इसके बाद स्पेशल समरी रिवीजन का कार्यक्रम शुरू होगा.

जबकि उसके बाद ड्राफ्ट रोल पब्लिश होगा.1 जनवरी 2020 तक का जो फाइनल रोल होगा, वो पब्लिश होगा. चुनाव से पहले ये सभी प्रक्रिया बहुत जरूरी है.

नई दिल्ली: देशभर में चल रहे चुनाव आयोग के विशेष वोटर वेरिफिकेशन अभियान में दिल्ली के वोटर भी हिस्सा ले रहे हैं. बता दें कि अलग-अलग तरीकों से राजधानी में अब तक 1.1 करोड़ लोग वेरिफाइड हो चुके हैं, जबकि ये प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक जारी रहेगी.

Voter verification:1.1 crore people of Delhi verified, process continues
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह

वहीं चुनाव आयोग का दावा है कि ऐप, हेल्पलाइन, वेबसाइट, सर्विस सेंटर समेत तमाम अन्य तरीकों से काम लगातार चल रहा है और 31 अक्टूबर तक सभी वोटर वेरीफाई हो जाएंगे.

जानकारी के मुताबिक, नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल में तब तक 1 लाख 65 हजार 770 लोगों ने वेरिफिकेशन पूरी की है. वहीं हेल्पलाइन की माध्यम से 45 हजार 408 लोगों ने वेरिफिकेशन पूरी की है. इसी तरह 40 लाख 54 हजार 213 लोगों को बूथ लेवल ऑफिसर घर-घर जाकर वेरीफाई कर चुके हैं. इससे अलग कॉमन सर्विस सेंटर और वोटर सेंटर्स के माध्यम से भी लाखों लोगों को वेरीफाई किया जा चुका है.

क्या है वोटर वेरिफिकेशन प्रोग्राम

वोटर वेरिफिकेशन प्रोग्राम के तहत चुनाव अधिकारी अपने-अपने इलाके में लोगों को इलेक्टोरल रोल में उनकी निजी जानकारी चेक करने के लिए जागरुक करता है. ऐसे में पहचान की पुष्टि के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, आदि का इस्तेमाल किया जाता है. गौर करने वाली बात है कि इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से जानकारी अपडेट कराई जा जाती है और चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मोबाइल ऐप उपलब्ध भी है, जिससे पूरी प्रक्रिया घर बैठे भी की जा सकती है.

'वेरिफिकेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है'

बता दें कि पिछले दिनों ईटीवी भारत से खास बातचीत में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया था कि चुनाव कब होने हैं. ये चुनाव आयोग का निर्णय होता है. तैयारियों के नाम पर सबसे जरूरी होता है, वोटरल लिस्ट. इसे दुरुस्त करने के लिए वेरिफिकेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है. इसके बाद स्पेशल समरी रिवीजन का कार्यक्रम शुरू होगा.

जबकि उसके बाद ड्राफ्ट रोल पब्लिश होगा.1 जनवरी 2020 तक का जो फाइनल रोल होगा, वो पब्लिश होगा. चुनाव से पहले ये सभी प्रक्रिया बहुत जरूरी है.

Intro:नई दिल्ली:
देशभर में चल रहे चुनाव आयोग के विशेष वोटर वेरीफिकेशन अभियान में राजधानी दिल्ली के वोटर भी हिस्सा ले रहे हैं. अलग-अलग तरीकों से यहां अब तक 1.1 करोड़ लोग वेरिफाइड हो चुके हैं जबकि प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक जारी है. चुनाव कार्यालय का दावा है ऐप, हेल्पलाइन, वेबसाइट, सर्विस सेंटर समेत तमाम अन्य तरीकों से काम लगातार चल रहा है और 31 अक्टूबर सभी वोटर वेरिफाई हो जाएं ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं.


Body:दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मेरी जानकारी के मुताबिक, नेशनल वोटर सर्विस पोर्टल कितने तब तक 1 लाख 65 हजार 770 लोगों ने तो वहीं हेल्पलाइन की माध्यम से 45 हजार 408 लोगों ने वेरिफिकेशन पूरी की है. इसी तरह 40 लाख 54 हजार 213 लोगों को बूथ लेवल ऑफिसर ने घर-घर जाकर वेरीफाई किया है. इससे अलग कॉमन सर्विस सेंटर और वोटर सेंटर्स के माध्यम से भी लाखों लोगों को वेरिफाई किया जा चुका है.

क्या है वोटर वेरिफिकेशन प्रोग्राम!
वोटर वेरिफिकेशन प्रोग्राम के तहत चुनाव अधिकारी अपने-अपने इलाके में लोगों को इलेक्टोरल रोल में उनकी निजी जानकारी चेक करने के लिए जागरुक करेंगे. ऐसे में पहचान की पुष्टि के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, आदि का इस्तेमाल किया जा सकता है. गौर करने वाली बात है कि इसमें ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से जानकारी अपडेट कराई जा सकती है. इसके साथ ही चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मोबाइल ऐप उपलब्ध है जिससे पूरी प्रक्रिया घर बैठे की जा सकती है.


Conclusion:बताते चलें कि पिछले दिनों ईटीवी भारत से खास बातचीत में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया था कि चुनाव कब होने हैं यह चुनाव आयोग का निर्णय होता है. तैयारियों के नाम पर सबसे जरूरी होती है वोटरल लिस्ट. इसे दुरुस्त करने के लिए वेरिफिकेशन प्रोग्राम चलाया जा रहा है. इसके बाद स्पेशल समरी रिवीजन का कार्यक्रम शुरू होगा जबकि उसके बाद ड्राफ्ट रोल पब्लिश होगा. 1 जनवरी 2020 तक का जो फाइनल रोल होगा वो पब्लिश होगा. चुनाव से पहले ये सभी प्रक्रिया बाहत जरूरी हैं.
Last Updated : Oct 25, 2019, 9:02 AM IST
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