नई दिल्ली: दिल्ली में आई भीषण बाढ़ को लेकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इसी कड़ी में अब दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि हथनीकुंड बैराज से हर वर्ष मानसून में दिल्ली की ओर वर्षा का अतिरिक्त पानी छोड़ा जाता है. उन्होंने कहा है कि बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की जिम्मेदारी से बचने के लिए आम आदमी पार्टी के नेता हथनीकुंड बैराज को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. भाजपा अध्यक्ष ने कहा है कि बाढ़ का मूल कारण हथनीकुंड का पानी नहीं, बल्कि केजरीवाल सरकार का भ्रष्टाचार है, जिसकी न्यायिक जांच आवश्यक है.
साफ-सफाई के नाम पर एतिहासिक घोटाला: सचदेवा ने कहा कि एपेक्स कमिटी के नोडल ऑफिसर डीएम. ईस्ट ने मुख्यमंत्री को जून में 3 बार मीटिंग बुलाने के लिए पत्र लिखा, बताया कि गंभीर स्थिति की चेतावनी है, फिर भी मुख्यमंत्री ने बैठक नहीं बुलाई. उन्होंने कहा है कि पानी कब और कितना छोड़ा जाएगा इसका निर्णय जल विशेषज्ञ करते हैं. दिल्ली सरकार हथनीकुंड से पानी छोड़े जाने को लेकर राजनीति कर रही है. क्योंकि इस वर्ष राजधानी में मानसून पूर्व साफ-सफाई में दिल्ली सरकार के बाढ़ विभाग, लोक निर्माण विभाग, जल बोर्ड एवं नगर निगम ने एतिहासिक घोटाला किया है.
मुख्यमंत्री केजरीवाल के इशारे पर गत 8 साल से यमुना सफाई के पैसे में घोटाला हो रहा था. लेकिन इस वर्ष तो आतिशी एवं सौरभ भारद्वाज ने यमुना सफाई के साथ नालों की सफाई का सारा फंड साफ करके आम आदमी पार्टी के कोष में जमा कर दिया. गत वर्ष दिल्ली सरकार को 6500 करोड़ रूपए यमुना सफाई के लिए केंद्र से मिले और 2409 करोड़ रूपए एसटीपी निर्माण के लिए मिले थे. केजरीवाल सरकार जवाब दे कि यह सब पैसा कहां गया.
केजरीवाल पर ये आरोप: सचदेवा ने कहा है कि केजरीवाल को जबाव देना होगा. क्या यह सच नहीं है कि यदि यमुना की सफाई पर पैसा लगाया होता तो यमुना के पास बहने की गहराई होती, उसका डूब क्षेत्र साफ होता और शहरी इलाकों में बाढ़ का पानी नहीं आता? मुख्यमंत्री यमुना सफाई एवं डूब क्षेत्र का रख रखाव की स्टडी के लिए कोरिया तक का भ्रमण करके आए, मगर दिल्ली में काम कुछ नहीं किया. क्या यह सच नहीं कि यदि नालों एवं नालियों की सफाई की होती, तो दिल्ली में बाढ़ की स्थिती को रोका जा सकता था?
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