नई दिल्ली: झारखंड में कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाला के मामले में दोषी करार दिए गए पूर्व केंद्रीय मंत्री दिलीप राय की सजा की अवधि के मामले पर दिल्ली की राऊज एवेन्यू अदालत आज फैसला सुनाएगी. पिछले 6 अक्टूबर को कोर्ट ने दिलीप राय समेत चार लोगों और दो कंपनियों को दोषी ठहराया था. जिस पर कोर्ट के स्पेशल जज भरत पराशर फैसला सुनाएंगे.
बाजपेयी सरकार में कोयला राज्य मंत्री थे दिलीप राय
पिछले 6 अक्टूबर को कोर्ट ने 1999 में कोयला ब्लॉक के आवंटन घोटाला मामले में दोषी करार दिया था. यह मामला झारखंड के गिरिडीह में ब्रह्मडीहा में 105 हेक्टेयर से ज्यादा के कोयला ब्लॉक के आवंटन से जुड़ा हुआ है. जिसमें कोयला ब्लॉक कैस्ट्रॉन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड नामक कंपनी को आवंटित किया गया था. उस समय दिलीप राय अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कोयला राज्यमंत्री थे.
कौन-कौन दोषी ठहराए गए?
कोर्ट ने दिलीप राय के अलावा जिन आरोपियों को दोषी करार दिया है उनमें प्रदीप कुमार बनर्जी, नित्यानंद गौतम, कैस्ट्रोन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर महेंद्र कुमार अग्रवाल और कैस्ट्रोन माइनिंग लिमिटेड को दोषी करार दिया है. कोर्ट ने सभी आरोपियों को कोयला ब्लॉक के आवंटन में आपराधिक साजिश रचने का दोषी पाया है.