नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट में एक फर्जी वकालतनामा लगाने का मामला सामने आया है. यह वकालतनामा डीडीसीए(Delhi & District Cricket Association) के सेक्रेटरी सिद्धार्थ साहिब सिंह का फर्जी हस्ताक्षर करके लगाया गया है. सिद्धार्थ की शिकायत पर तिलक मार्ग थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस आरोपी अधिवक्ता से पूछताछ कर रही है कि आखिर उसने ऐसा क्यों और किसके कहने पर किया.
सिद्धार्थ ने बताया कि उन्हें इस फर्जी वकालतनामा की जानकारी 10 मई को हुई जब उन्हें कोर्ट से नोटिस मिला. 12 मई को उन्होंने हाईकोर्ट में इसके फर्जी होने की जानकारी दी. सिद्धार्थ ने पुलिस को बताया कि इस वकालतनामा में उनके नाम से दो हस्ताक्षर थे. दोनों हस्ताक्षर अलग-अलग थे और दोनों ही हस्ताक्षर उन्होंने नहीं किए हैं. उन्होंने अपने बिहाफ पर किसी और को भी इसकी अथॉरिटी नहीं दी है.
ये बी पढ़ें: Delhi High Court: अशनीर ग्रोवर और माधुरी ग्रोवर के खिलाफ जांच पर रोक लगाने से कोर्ट का इनकार
दरअसल, 27 दिसंबर 2022 को डीडीसीए की एजीएम हुई थी. डीडीसीए के कुछ सदस्यों ने एजीएम पर आपत्ति जताई थी और इस मामले में हाईकोर्ट में रिट पिटीशन फाइल की थी. डीडीसीए के सेक्रेटरी सिद्धार्थ साहिब सिंह का आरोप है कि इस मामले में उनका हस्ताक्षर करके एक फर्जी वकालतनामा लगा दिया गया. इस वकालतनामा पर न तो उन्होंने हस्ताक्षर किए हैं न ही उन्होंने अपनी तरफ से कोई वकील नियुक्त किया है.
सिद्धार्थ साहिब सिंह ने इसे गंभीर अपराध बताते हुए मुकदमा दर्ज कराया है. वहीं पुलिस वकालतनामा लगाने वाले एडवोकेट वकील से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए तीन दिन का समय दिया है.