नई दिल्ली: आप के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की नीतियों से प्रभावित होकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता सौम्या भट्ट ने शुक्रवार को आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया. आप के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने पार्टी मुख्यालय में सौम्या भट्ट को टोपी और पटका पहनाकर 'आप' परिवार में शामिल कराया. इस दौरान सौम्या भट्ट ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार द्वारा लागू की जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं और शिक्षा क्षेत्र में हुई अभूतपूर्व क्रांति से प्रभावित होकर आम आदमी पार्टी में शामिल हो रही हूं.
क्या बोले राज्यसभा सांसद: इस अवसर पर वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि आज आम आदमी पार्टी परिवार के लिए खुशी का विषय है कि लखनऊ से शिक्षण संस्थानों और सामाजिक कार्यों से अपना रिश्ता रखने वाली जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता सौम्या भट्ट इस परिवार में शामिल हुई हैं. माया फाउंडेशन के नाम से इनकी अपनी संस्था है जो शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्र में काफी काम कर रही है. सौम्या भट्ट ने एमिटी विश्वविद्यालय से बीएससी और इसके बाद एलएलबी की शिक्षा ग्रहण की हैं. वे एक लॉ फर्म भी संचालित करती हैं. सौम्या भट्ट के आम आदमी पार्टी परिवार में शामिल होने पर हम उनका हार्दिक स्वागत करते हैं.
क्या बोलीं सौम्या भट्ट: आम आदमी पार्टी में शामिल होने की वजह बताते हुए सौम्या भट्ट ने कहा कि ने जिस तरह से पूरी दिल्ली में जनकल्याण की योजनाएं अरविंद मुख्यमंत्री सरकार के द्वारा लागू की जा रही हैं, शिक्षा के क्षेत्र में जो अभूतपूर्व क्रांति हुई है, मैं उससे बेहद प्रभावित हूं. आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर मैं पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करती हूं. 2011 में आम आदमी पार्टी ने जो आंदोलन शुरू किया था, उसने भारतीय राजनीति को सिर्फ एक दिशा ही नहीं दी बल्कि एक नया दृष्टिकोण दिया है.
2011 में आंदोलन के बाद लोग राजनीति में ईमानदारी, कर्मठता और विकास के प्रति सचेत हुए हैं. आज उसी का परिणाम देश के सामने है. आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली और पंजाब में जनता की सेवा कर रही है. मैं विश्वास दिलाती हूं कि पार्टी की उम्मीदों पर प्रदेश की जनता के लिए पूरी श्रद्धा से साथ कार्य करूंगी. मैं सेवा, सहयोग और समर्पण से हमेशा काम करती रहूंगी.