नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली की हवा लगातार जहरीली हो रही है. दिन-प्रतिदिन हवा पहले से ज्यादा प्रदूषित होती जा रही है. जिसके मद्देनजर दिल्ली में प्रदूषण की रोकथाम के लिए एंटी स्मॉग गन का इस्तेमाल होने लगा है.
दिवाली से पहले ही दिल्ली का प्रदूषण दुनिया में नंबर एक पर पहुँच गया है, तो आने वाले दिनों में हालात और भी बिगड़ेंगे. प्रदूषण के कारण दिल्ली के लोगों को कई तरह की स्वास्थ संबंधित बीमारियों को सामना करना पड़ रहा है. वहीं अस्थमा और सांस के मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ती ही जा रही है. सरकार के सभी प्रयास बेदम साबित हो रहे हैं. ऐसे में सभी विकल्प तलाश रहे हैं. IIT कानपुर ने तो आर्टिफिशियल बारिश की सलाह तक दे डाली है. बारिश कराने में अभी काफी चैलेंजेस हैं लेकिन राज्य सरकार इसके विकल्प के तौर जगह-जगह एंटी स्मोक गन का इस्तेमाल कर रही है ताकि बिगड़ती स्थिति पर कुछ हद तक काबू पाया जा सके.
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क्यों किया जाता है इस मशीन का प्रयोग
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#WATCH | To mitigate pollution, water was sprinkled through anti-smog guns near the NDMC Civic Centre area.
— ANI (@ANI) November 5, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
The air quality in Delhi continues to be in the 'Severe' category as per CPCB (Central Pollution Control Board). pic.twitter.com/el0qpY3Sf7
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— ANI (@ANI) November 5, 2023
The air quality in Delhi continues to be in the 'Severe' category as per CPCB (Central Pollution Control Board). pic.twitter.com/el0qpY3Sf7
एंटी स्मॉग गन एक तरह से एक मशीन है, जो नेबुलाइज्ड पानी की बारीक बूंदों का हवा में छिड़काव करती है. इसे पानी के टैंक से जोड़ा जाता है और हाई-प्रेशर प्रोपेलर के जरिए 50 से 100 माइक्रोन की छोटी बूंदों को हवा में फेंका जाता है. इससे धूल और प्रदूषण के कण अवशोषित होने लगते हैं.
कैसे काम करती है यह मशीन जानिए
एंटी स्मॉग स्मॉग गन में हाई स्पीड पंखा लगा होता है. इस मशीन को इस तरह डिजाइन किया गया है कि इन्हें ऑन करने के बाद पंखे की मदद से पानी की बौछार हवा में की जाती है. यह मशीनें करीब 150 फीट की ऊंचाई से लेकर 100 मीटर लंबाई तक पानी की बौछार कर प्रदूषण को कम कर सकती हैं. इन मशीनों से 2.5 माइक्रोन तक के खतरनाक कणों को भी कम किया जा सकता है.