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पेरिस की टायर वाली मेट्रो को भारत लाने की हो रही तैयारी, रिसर्च में जुटी मोदी सरकार

पेरिस जैसे शहरों में चलने वाली मेट्रो के लिए भारत में रिसर्च की जा रही है. दिल्ली-एनसीआर सहित देशभर में आने वाले समय में टायर पर चलने वाली मेट्रो की सेवा मिल सकती है.

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Published : Oct 5, 2019, 1:58 PM IST

पेरिस मेट्रो ETV BHARAT

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर सहित देशभर में आने वाले समय में टायर पर चलने वाली मेट्रो की सेवा मिल सकती है. शहरी विकास मंत्रालय इसके लिए रिसर्च करवा रहा है.
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि अगर मंत्रालय ने इस मेट्रो को भारत के लिए फिट पाया तो आने वाले समय में देश में इसका परिचालन बढ़ेगा. अभी इस तरह की मेट्रो पेरिस सहित कई शहरों में चल रही है.

पेरिस की टायर वाली मेट्रो को भारत लाने की हो रही तैयारी

सभी शहर अपने यहां मेट्रो सेवा चाहते हैं
शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह ने बताया कि लगातार ग्रामीण इलाकों का शहरीकरण हो रहा है. शहर बनने के साथ ही वहां पर बेहतर ट्रांसपोर्ट व्यवस्था की आवश्यकता होती है. दिल्ली में जिस तरह से मेट्रो की सुविधा ने कामयाबी के झंडे गाड़े हैं. उसे देखते हुए सभी शहर अपने यहां मेट्रो सेवा चाहते हैं.

लेकिन मेट्रो सेवा सभी जगह उपलब्ध करवाना आसान नहीं है. इसकी प्रमुख वजह मेट्रो की महंगी कीमत है. जिसका समाधान तलाशा जा रहा है. सूत्रों की मानें तो लगभग एक किलोमीटर लंबा नेटवर्क बनाने में 400 करोड़ रुपये का खर्च आता है.


मेट्रो ऑन टायर को लेकर चल रहा काम
हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 2030 तक लगभग 600 मिलियन लोग शहरी क्षेत्र में रहेंगे. ऐसे में वहां मेट्रो जैसे स्मार्ट ट्रांसपोर्ट की आवश्यकता होगी. मेट्रो की कीमत ज्यादा होने के चलते पहले सरकार मेट्रो लाइन को लेकर जानकारी जुटा रही थी जो लगभग 30 फीसदी सस्ती है.

इसके साथ ही अब मेट्रो ऑन टायर मॉडल को लेकर भी रिसर्च की जा रही है. ये लाइन मेट्रो से भी सस्ती है. इसलिए सरकार इसे लेकर जानकारी एकत्रित कर रही है. इस बात का पता लगाया जा रहा है कि ये भारत में कितनी सफल रहेगी.

दिल्ली में होगा 500 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क
राजधानी में तीसरा फेज पूरा होने तक ही मेट्रो नेटवर्क 377 किलोमीटर पहुंच चुका है. चौथा फेज लगभग 104 किलोमीटर का है. इसके पूरे होने पर दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क 480 किलोमीटर हो जाएगा.
वहीं अगर आरआरटीएस को भी इसमें जोड़ दिया जाए, तो ये नेटवर्क 500 किलोमीटर का हो जाता है. इससे दिल्ली में ट्रांसपोर्ट की समस्या का काफी समाधान हो जाएगा.

नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर सहित देशभर में आने वाले समय में टायर पर चलने वाली मेट्रो की सेवा मिल सकती है. शहरी विकास मंत्रालय इसके लिए रिसर्च करवा रहा है.
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि अगर मंत्रालय ने इस मेट्रो को भारत के लिए फिट पाया तो आने वाले समय में देश में इसका परिचालन बढ़ेगा. अभी इस तरह की मेट्रो पेरिस सहित कई शहरों में चल रही है.

पेरिस की टायर वाली मेट्रो को भारत लाने की हो रही तैयारी

सभी शहर अपने यहां मेट्रो सेवा चाहते हैं
शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह ने बताया कि लगातार ग्रामीण इलाकों का शहरीकरण हो रहा है. शहर बनने के साथ ही वहां पर बेहतर ट्रांसपोर्ट व्यवस्था की आवश्यकता होती है. दिल्ली में जिस तरह से मेट्रो की सुविधा ने कामयाबी के झंडे गाड़े हैं. उसे देखते हुए सभी शहर अपने यहां मेट्रो सेवा चाहते हैं.

लेकिन मेट्रो सेवा सभी जगह उपलब्ध करवाना आसान नहीं है. इसकी प्रमुख वजह मेट्रो की महंगी कीमत है. जिसका समाधान तलाशा जा रहा है. सूत्रों की मानें तो लगभग एक किलोमीटर लंबा नेटवर्क बनाने में 400 करोड़ रुपये का खर्च आता है.


मेट्रो ऑन टायर को लेकर चल रहा काम
हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 2030 तक लगभग 600 मिलियन लोग शहरी क्षेत्र में रहेंगे. ऐसे में वहां मेट्रो जैसे स्मार्ट ट्रांसपोर्ट की आवश्यकता होगी. मेट्रो की कीमत ज्यादा होने के चलते पहले सरकार मेट्रो लाइन को लेकर जानकारी जुटा रही थी जो लगभग 30 फीसदी सस्ती है.

इसके साथ ही अब मेट्रो ऑन टायर मॉडल को लेकर भी रिसर्च की जा रही है. ये लाइन मेट्रो से भी सस्ती है. इसलिए सरकार इसे लेकर जानकारी एकत्रित कर रही है. इस बात का पता लगाया जा रहा है कि ये भारत में कितनी सफल रहेगी.

दिल्ली में होगा 500 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क
राजधानी में तीसरा फेज पूरा होने तक ही मेट्रो नेटवर्क 377 किलोमीटर पहुंच चुका है. चौथा फेज लगभग 104 किलोमीटर का है. इसके पूरे होने पर दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क 480 किलोमीटर हो जाएगा.
वहीं अगर आरआरटीएस को भी इसमें जोड़ दिया जाए, तो ये नेटवर्क 500 किलोमीटर का हो जाता है. इससे दिल्ली में ट्रांसपोर्ट की समस्या का काफी समाधान हो जाएगा.

Intro:नई दिल्ली
दिल्ली-एनसीआर सहित देशभर में आने वाले समय में आपको टायर पर चलने वाली मेट्रो की सेवा मिल सकती है. शहरी विकास मंत्रालय इसके लिए रिसर्च करवा रहा है. इसमें अगर मंत्रालय ने इस मेट्रो को भारत के लिए फिट पाया तो आने वाले समय में इसका परिचालन देश में बढ़ेगा. यह कहना है शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी का. इस तरह की मेट्रो पेरिस सहित कई शहरों में अभी चल रही है.


Body:शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह ने बताया कि लगातार ग्रामीण इलाकों का शहरीकरण हो रहा है. शहर बढ़ने वे साथ ही वहां पर बेहतर ट्रांसपोर्ट व्यवस्था की आवश्यकता होती है. दिल्ली में जिस तरह से मेट्रो की सुविधा ने कामयाबी के झंडे गाड़े हैं, उसे देखते हुए सभी शहर अपने यहां मेट्रो सेवा चाहते हैं. लेकिन मेट्रो सेवा सभी जगह उपलब्ध करवाना आसान नहीं है. इसकी प्रमुख वजह मेट्रो की महंगी कीमत है जिसका समाधान तलाशने में जुटी हुई है. सूत्रों की मानें तो लगभग एक किलोमीटर लंबा नेटवर्क बनाने में 400 करोड़ रुपये का खर्च आता है.


मेट्रो ऑन टायर को लेकर चल रहा काम
हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि 2030 तक लगभग 600 मिलियन लोग शहरी क्षेत्र में रहेंगे. ऐसे में वहां मेट्रो जैसे स्मार्ट ट्रांसपोर्ट की।आवश्यकता होगी. मेट्रो की कीमत ज्यादा होने के चलते पहले सरकार मेट्रो लाइट को लेकर जानकारी जुटा रही थी जो लगभग 30 फीसदी सस्ती है. इसके साथ ही अब मेट्रो ऑन टायर मॉडल को लेकर भी रिसर्च की जा रही है. यह लाइट मेट्रो से भी सस्ती है. इसलिए सरकार इसे लेकर जानकारी एकत्रित कर रही है. इसका पता लगाया जा रहा है कि यह भारत में कितनी सफल रहेगी.





Conclusion:दिल्ली में होगा 500 किलोमीटर का मेट्रो नेटवर्क
राजधानी में तीसरा फेज पूरा होने तक ही मेट्रो नेटवर्क 377 किलोमीटर पहुंच चुका है. चौथा फेज लगभग 104 किलोमीटर का है. इसके पूरे होने पर दिल्ली-एनसीआर में मेट्रो का नेटवर्क 480 किलोमीटर हो जाएगा. वहीं अगर आरआरटीएस को भी इसमें जोड़ दिया जाए तो यह नेटवर्क 500 किलोमीटर का हो जाता है. इससे दिल्ली में ट्रांसपोर्ट की समस्या का काफी समाधान हो जाएगा.
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