नई दिल्ली: सेंट्रल दिल्ली जिला के राजेंद्र नगर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी करके दो ऑटो लिफ्टर को गिरफ्तार किया है. साथ ही 11 मामलों का खुलासा भी किया है. आरोपितों के कब्जे से चोरी की दो मोटरसाइकिल, पांच स्कूटी, एक ई-रिक्शा, कई रजिस्ट्रेशन की नंबर प्लेट बरामद हुई हैं. अभियुक्तों की पहचान शुभम निवासी पहाड़गंज दिल्ली और हरीश निवासी पहाड़गंज दिल्ली के रूप में की गई है.
सेंट्रल दिल्ली के डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि थाना राजेंद्र नगर इलाके में चोरी की घटनाओं पर अकुंश लगाने के लिए और इन घटनाओं में शामिल ऑटो लिफ्टरों को पकड़ने का काम राजेंद्रनगर पुलिस को सौंपा गया था. एसीपी विदुषी कौशिक ने राजेंद्र नगर थाना के एसएचओ राजेश बराड़ की देखरेख में टीम का गठन किया. जिसमें हेड कांस्टेबल नरेंद्र, अनुज , सुनील और मनोज को शामिल किया गया. टीम ने लगातार छानबीन की और हाल ही के दिनों में हुई घटनाओं पर नजर रखी. उन्होंने बताया कि आसपास लगे CCTV फुटेज की जांच की गई. इसी दौरान टीम को कई सूचनाएं प्राप्त हुईं और जांच में यह भी सामने आया कि एमवी चोरी के मामलों में शामिल चोर हाल ही में जमानत पर रिहा हुए हैं.
एमवी चोरी के मामले में शामिल दो व्यक्तियों की आवाजाही की पुख्ता सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस ने सलवान स्कूल ओल्ड राजेंद्र नगर के पास जाल बिछाया और कुछ देर इंतजार करने के बाद टीम ने एक रिक्शा में दो लोगों को आते देखा. उन्हें रोका गया और पूछताछ की गई, तो पहले उन्होंने पुलिस को गुमराह किया, लेकन बाद में जांच करने पर पता चला कि शुभम ई-रिक्शा का मालिक है और वह हरीश उर्फ चीनू के साथ चोरी के लिए वाहनों की तलाश में रेकी करता था.
आरोपियों ने बताया कि वाहनों की तलाश में विभिन्न क्षेत्रों में रेकी करते थे. इसके बाद में वो तड़के वाहनों की चोरी कर लेते थे. चोरी के बाद वाहनों को मायापुरी में बिक्री के लिए बेचते थे. पहाड़गंज क्षेत्र स्थित कार्यशाला में उन वाहनों को ले जाया जाता था. उक्त मैकेनिक की दुकान शुभम चला रहा था. दुकान पर छापा मारा गया, जहां से वाहनों की फर्जी नंबर प्लेट, दो स्कूटी के इंजन बरामद किए गए.
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