ETV Bharat / state

Ruckus On Issue of Delhi Guest Teachers: शिक्षा मंत्री ने भाजपा को बताया अनपढ़ों की जमात, बिधूड़ी बोले- सब झूठे हैं

दिल्ली में गेस्ट टीचरों को नियमित करने का मुद्दा गरमा गया है. बुधवार को BJP ने दिल्ली विधानसभा में सरकार को जमकर कोसा. इसके जवाब में वित्त मंत्री और शिक्षा मंत्री ने भी खूब खरीखोटी सुनाई. पढ़ें पूरा मामला...

नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी
author img

By

Published : Mar 29, 2023, 3:46 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में बुधवार को नियम 280 के तहत एक बार फिर सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले गेस्ट टीचरों का मुद्दा उठा. नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचरों को नियमित करने तथा उनका वेतन बढ़ाने के मामले का मुद्दा विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखा. उन्होंने कहा कि स्कूलों में कार्यरत 22,000 गेस्ट टीचरों को नियमित करने का अनेक बार वायदा किया गया था. दिसंबर 2021 में तात्कालीन उप-मुख्यमंत्री की ओर से भी इन गेस्ट टीचरों का वेतन बढ़ाने की घोषणा की गई थी, जिसे मुख्यमंत्री ने भी बयान देकर मंजूरी दी थी. इसके बावजूद आज तक दिल्ली सरकार ने इन गेस्ट टीचरों को न तो नियमित किया है और न ही इनका वेतन बढ़ाया है, जिसे बच्चों का भविष्य संवारने वाले इन शिक्षकों के साथ अन्याय कहा जाएगा.

उन्होंने कहा कि पूरे देश में दिल्ली ही एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां शिक्षकों को दिहाड़ी के हिसाब से वेतन दिया जाता है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत 22,000 गेस्ट टीचरों को नियमित किये जाने के नाम पर शिक्षा विभाग द्वारा बनाई गयी फाइल ही पिछले 6 सालों से गायब है. मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि अपने वायदे के मुताबिक दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत सभी गेस्ट टीचरों को जल्द से जल्द नियमित किया जाए और उनके वेतन में वृद्धि की जाए. हालांकि, इस मुद्दे पर आप विधायकों ने ऐतराज जताया और हंगामा भी हुआ.

वित्त मंत्री ने कसा तंजः गेस्ट टीचरों के मुद्दे पर वित्त मंत्री कैलाश गहलोत और शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया. मंत्री कैलाश ने कहा कि भाजपा को गेस्ट टीचरों से कुछ भी लेना देना नहीं है. इन्हें बस इस मुद्दे पर राजनीतिकरण करना है. उन्होंने कहा कि यहां बैठे सभी सदस्यों को पता है कैबिनेट डिसिजन हुआ, एलजी ने सारी चीजें रोकी है. यह सरासर गलत है, इनका पढ़ाई लिखाई से कुछ भी लेना देना नहीं है. ऊपर से नीचे से तक अनपढ़ों की जमात बैठ गई है. इस बीच हंगामा भी होने लगा.

यह भी पढ़ेंः Cheetah project: भारत में 75 साल बाद चार चीता शावकों ने लिया जन्म, कूनो में सियाया बनी मां

शिक्षा मंत्री ने LG पर फोड़ा ठिकराः शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि 2017 में AAP की सरकार ने गेस्ट टीचरों को पक्का करने का बिल सदन में पास किया था. एलजी ने 30 पन्नों का ऑब्जेक्शन लगाया था. 5 साल से गेस्ट टीचरों को पक्का करने की फाइल को रोक रखी है. पंजाब में हमने गेस्ट टीचर को पक्का किया. दिल्ली में एलजी नहीं होने दे रहे हैं. शिक्षा विभाग ने दो साल पहले सैलरी बढ़ाने को लेकर फाइल पुट अप की. एलजी ने गेस्ट टीचरों की सैलरी नहीं बढ़ाने दी. भाजपा वाले हाउस में झूठ बोलते हैं.

भाजपा ने साधा निशानाः वहीं, रामवीर सिंह बिधूड़ी ने प्रेस वार्ता कर शिक्षा मंत्री को झूठा बताया. उन्होंने कहा कि मैंने सदन में बताया कि गेस्ट टीचरों की फाइल गुम हो गई है तो मुझे बोला गया कि मैंने झूठ बोला है. जबकि वह झूठ बोल रहे हैं. अगर दिल्ली विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता होने के नाते मैं अगर गेस्ट टीचरों का मुद्दा नहीं उठाऊंगा तो कौन उठाएगा. मैं 100 बार इस मुद्दे को उठाता रहूंगा. उन्होंने कहा कि मैं शिक्षा मंत्री का इस्तीफा मांगता हूं, उनकी शिक्षा विभाग ने गेस्ट टीचरों की फाइल घुमा दी है. यह सुबह से शाम तक बस झूठ बोलते हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से मिलेंगे और कहेंगे कि दिल्ली विधानसभा में सिर्फ दिल्ली की जनता से जुड़े मुद्दे उठाए जाए.

यह भी पढ़ेंः IPL 2023 Opening Ceremony : अहमदाबाद स्टेडियम में ये बॉलीवुड स्टार्स बिखेरेंगे जलवा, सितारों से सजेगी महफिल

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में बुधवार को नियम 280 के तहत एक बार फिर सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले गेस्ट टीचरों का मुद्दा उठा. नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचरों को नियमित करने तथा उनका वेतन बढ़ाने के मामले का मुद्दा विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखा. उन्होंने कहा कि स्कूलों में कार्यरत 22,000 गेस्ट टीचरों को नियमित करने का अनेक बार वायदा किया गया था. दिसंबर 2021 में तात्कालीन उप-मुख्यमंत्री की ओर से भी इन गेस्ट टीचरों का वेतन बढ़ाने की घोषणा की गई थी, जिसे मुख्यमंत्री ने भी बयान देकर मंजूरी दी थी. इसके बावजूद आज तक दिल्ली सरकार ने इन गेस्ट टीचरों को न तो नियमित किया है और न ही इनका वेतन बढ़ाया है, जिसे बच्चों का भविष्य संवारने वाले इन शिक्षकों के साथ अन्याय कहा जाएगा.

उन्होंने कहा कि पूरे देश में दिल्ली ही एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां शिक्षकों को दिहाड़ी के हिसाब से वेतन दिया जाता है. दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत 22,000 गेस्ट टीचरों को नियमित किये जाने के नाम पर शिक्षा विभाग द्वारा बनाई गयी फाइल ही पिछले 6 सालों से गायब है. मुख्यमंत्री से अनुरोध है कि अपने वायदे के मुताबिक दिल्ली सरकार के स्कूलों में कार्यरत सभी गेस्ट टीचरों को जल्द से जल्द नियमित किया जाए और उनके वेतन में वृद्धि की जाए. हालांकि, इस मुद्दे पर आप विधायकों ने ऐतराज जताया और हंगामा भी हुआ.

वित्त मंत्री ने कसा तंजः गेस्ट टीचरों के मुद्दे पर वित्त मंत्री कैलाश गहलोत और शिक्षा मंत्री ने जवाब दिया. मंत्री कैलाश ने कहा कि भाजपा को गेस्ट टीचरों से कुछ भी लेना देना नहीं है. इन्हें बस इस मुद्दे पर राजनीतिकरण करना है. उन्होंने कहा कि यहां बैठे सभी सदस्यों को पता है कैबिनेट डिसिजन हुआ, एलजी ने सारी चीजें रोकी है. यह सरासर गलत है, इनका पढ़ाई लिखाई से कुछ भी लेना देना नहीं है. ऊपर से नीचे से तक अनपढ़ों की जमात बैठ गई है. इस बीच हंगामा भी होने लगा.

यह भी पढ़ेंः Cheetah project: भारत में 75 साल बाद चार चीता शावकों ने लिया जन्म, कूनो में सियाया बनी मां

शिक्षा मंत्री ने LG पर फोड़ा ठिकराः शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि 2017 में AAP की सरकार ने गेस्ट टीचरों को पक्का करने का बिल सदन में पास किया था. एलजी ने 30 पन्नों का ऑब्जेक्शन लगाया था. 5 साल से गेस्ट टीचरों को पक्का करने की फाइल को रोक रखी है. पंजाब में हमने गेस्ट टीचर को पक्का किया. दिल्ली में एलजी नहीं होने दे रहे हैं. शिक्षा विभाग ने दो साल पहले सैलरी बढ़ाने को लेकर फाइल पुट अप की. एलजी ने गेस्ट टीचरों की सैलरी नहीं बढ़ाने दी. भाजपा वाले हाउस में झूठ बोलते हैं.

भाजपा ने साधा निशानाः वहीं, रामवीर सिंह बिधूड़ी ने प्रेस वार्ता कर शिक्षा मंत्री को झूठा बताया. उन्होंने कहा कि मैंने सदन में बताया कि गेस्ट टीचरों की फाइल गुम हो गई है तो मुझे बोला गया कि मैंने झूठ बोला है. जबकि वह झूठ बोल रहे हैं. अगर दिल्ली विधानसभा के प्रतिपक्ष नेता होने के नाते मैं अगर गेस्ट टीचरों का मुद्दा नहीं उठाऊंगा तो कौन उठाएगा. मैं 100 बार इस मुद्दे को उठाता रहूंगा. उन्होंने कहा कि मैं शिक्षा मंत्री का इस्तीफा मांगता हूं, उनकी शिक्षा विभाग ने गेस्ट टीचरों की फाइल घुमा दी है. यह सुबह से शाम तक बस झूठ बोलते हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति से मिलेंगे और कहेंगे कि दिल्ली विधानसभा में सिर्फ दिल्ली की जनता से जुड़े मुद्दे उठाए जाए.

यह भी पढ़ेंः IPL 2023 Opening Ceremony : अहमदाबाद स्टेडियम में ये बॉलीवुड स्टार्स बिखेरेंगे जलवा, सितारों से सजेगी महफिल

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.