नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े कोविड अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश (LNJP ) के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने कहा है कि राजधानी दिल्ली में कोरोना के संक्रमण (Corona virus) की तीसरी लहर का पीक धीरे-धीरे खत्म हो रहा है, लेकिन प्रदूषण का प्रकोप अभी जारी है. पिछले 15 दिनों में लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल (LNJP ) में 20 फीसदी तक मरीज प्रदूषण की समस्याओं के चलते भर्ती हुए हैं.
डॉ. सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले 15 दिनों में गले में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, सफोकेशन, फेफड़ों में जलन, सिर दर्द, चिड़चिड़ापन आदि समस्याओं के चलते 20 फीसदी तक मरीज अस्पताल में भर्ती हुए हैं. डॉ कुमार ने बताया कि जिस तरीके से मौजूदा दिनों में लोग ज्यादा घर से बाहर निकल रहे हैं, त्योहारों के चलते सार्वजनिक जगहों पर कोरोना से बचाव के लिए जो जरूरी गाइडलाइन है उनका पालन होता हुआ नहीं दिख रहा है, ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़ रही है और अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या बढ़ी है. जिससे यह निश्चित है कि यह कोरोना वायरस (Corona virus) की तीसरी लहर है.
बच्चे और बुजुर्गों के लिए प्रदूषण बेहद खतरनाक
डॉ. कुमार ने बताया कि प्रदूषण पहले से ही लोगों को काफी परेशान कर रहा था, लेकिन दिवाली पर जलाए गए पटाखों के बाद स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो गई. ऐसे में लोगों को समझना चाहिए कि स्वास्थ्य से बढ़कर कुछ नहीं है, त्योहार सादगी से भी मनाए जा सकते हैं. क्योंकि इस हवा में सांस लेना बेहद खतरनाक है, खासतौर पर जो बच्चे और बुजुर्ग हैं उनके लिए काफी नुकसानदायी है. इसलिए वह लोग जिन्हें पहले से ही परेशानियां हैं वह अपनी दवा समय पर लें और कोई भी परेशानी हो तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें.
गिरते तापमान से बढ़ सकती हैं परेशानियां
इसके अलावा डॉ. कुमार ने मौजूदा समय में कोरोना के साथ-साथ बढ़ते प्रदूषण और गिरते तापमान को लेकर लोगों को खास सावधान रहने की सलाह दी. डॉक्टर ने कहा कि लोग कोरोना से बचाव के लिए जो जरूरी गाइडलाइन है उसका पालन करें. क्योंकि जिस प्रकार तापमान गिर रहा है इसके चलते ठंड लगना, निमोनिया हो जाना, फेफड़ों से जुड़ी समस्याएं ज्यादा परेशान कर सकती हैं. इसीलिए जिन लोगों को सांस से जुड़ी परेशानी है या जो बुजुर्ग हैं वह घर में ही रहें और घर से बाहर ना निकलें.