नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार सभा करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपने भाषण के अंत में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में हो रही राजनीति पर कड़ी टिप्पणी की.
विरोध राजनीति का डिजाइन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सीलमपुर हो, जामिया या शाहीन बाग, नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के लिए बीते कई दिनों से जो वहां प्रदर्शन हो रहे हैं, क्या यह संयोग है? नहीं यह संयोग नहीं प्रयोग है. इसके पीछे राजनीति का डिजाइन है. जो राष्ट्रहित को खंडित करने वाला है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस राजनीति से खेल रहे हैं. संविधान और तिरंगे को सामने रखते हुए ज्ञान बांटा जा रहा है.
संविधान कभी तोड़-फोड़ की इजाजत नहीं देता
मोदी ने कहा कि समय-समय पर अलग-अलग मामलों में सर्वोच्च न्यायालय की भावना यही रही है कि विरोध-प्रदर्शन से सामान्य मानवीय को दिक्कत ना हो. आगजनी तोड़फोड़ पर उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि जो न्यायालय की बात नहीं मानते. दुनिया को संविधान दिखा रहे हैं.
शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन से जिस तरह दिल्ली से नोएडा आने जाने वालों को परेशानी हो रही है इसका भी उन्होंने जिक्र किया. मोदी ने कहा कि विरोध प्रदर्शन से नाराज लोग चुप हैं. साइलेंट हैं. दिल्ली का नागरिक इसे देखकर गुस्से में है. इस मानसिकता को यहीं रोकना जरूरी है. कल फिर किसी और को घेरा जाएगा. भाजपा को दिया एक वोट इसे रोक सकता है.