नई दिल्ली: RFID टोल सिस्टम को लागू करने के लिए MCD ने दिल्ली के 13 एंट्री प्वाइंट्स पर तैयारियां कर ली हैं. दूसरी तरफ दिल्ली के टैक्सी चालक अभी इसके लिए तैयार नहीं है.
टैक्सी यूनियनों ने मेयर को पत्र लिखकर के ईपीसीए चेयरमैन भूरेलाल से इसकी तारीख आगे बढ़ाने की मांग की है. इस सिस्टम को 16 अगस्त से लागू किया जाना है.
'RFID टैग लेने में हो रही परेशानी'
टैक्सी यूनियनों ने बताया कि RFID टैग लेने के चक्कर में एंट्री पॉइंट्स पर अफरा-तफरी का माहौल है. जिससे चालकों को टैग लेने में परेशानियां आ रही हैं.
आरोप है कि इस सिस्टम के विषय में टैक्सी चालकों को कोई सूचना नहीं दी गई है. साथ ही जब समाचार पत्रों के माध्यम से अधिकारियों से संपर्क करना चाहा तो संपर्क भी नही हो पाया है.
वही दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट का कहना है कि इस नए सिस्टम से पर्यावरण का कोई मतलब नहीं है.बल्कि यह सारा खेल टोल टैक्स वसूलने वाली कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए किया जा रहा है.
सम्राट कहते हैं कि अगर इस योजना को लागू करना ही है तो पहले टैक्सी चालकों को टैग लगवाने के लिए समय और साथ ही टैग को फ्री कर देना चाहिए.
MCD ने बनाए 6 परमानेंट स्टैंड
उधर MCD ने RFID सिस्टम को 16 अगस्त से लागू करने को कहा हैं. अधिकारियों ने इसको लेकर बताया कि तमाम तैयारियां कर ली गई है और चालकों की सुविधा के मद्देनजर एंट्री प्वाइंट के अलावा टैग लगाने के लिए 6 और परमानेंट स्टैंड बनाए गए हैं.
सिस्टम नया है लेकिन लोगों को इससे किसी भी तरह की परेशानी ना हो यह सुनिश्चित किया जा रहा है.