नई दिल्ली: देश दुनिया के कई वर्षों के बाद दिल्ली में भी कोरोना वायरस के दस्तक देने से हड़कंप मच गया है. अभी एक मामले की पुष्टि हुई है. तो आनन-फानन में दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए कई बैठक की.
बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना वायरस को लेकर चिंता जताई है. लेकिन उन्होंने कहा है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है. दिल्ली में एक स्टेट लेवल टास्क फोर्स का गठन किया गया है. जिसके अध्यक्ष वे स्वयं होंगे.
वायरस फैला तो कंट्रोल करना होगा मुश्किल
केजरीवाल ने कहा कि टास्क फोर्स की आज पहली मीटिंग भी हुई. सभी आपातकालीन स्थिति को कैसे डील किया जाए इन सब पर भी चर्चा हुई. कोरोना वायरस ने चीन में जिस तरह कहर बरपाया, दिल्ली में ऐसे हालात ना हो इसके लिए सावधानी ही एकमात्र उपाय है. वायरस फैल गया तो कंट्रोल करना मुश्किल होगा.
दिल्ली एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग
दिल्ली में रहने वाले जिस शख्स के कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है वह इटली से आने के बाद 88 लोगों के संपर्क में आया था. उसकी भी जांच की जा रही है कि उन पर क्या प्रभाव पड़ा है. इसके अलावा विदेश से आने वाले सभी लोगों की दिल्ली एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनिंग भी शुरू कर दी गई है. सभी होटल और गेस्ट हाउस में जो बाहर के विदेशी आ रहे हैं उनकी स्कैनिंग हो रही है.
अस्पतालों में बढ़ाए जा रहे आइसोलेशन वार्ड की संख्या
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के जिन अस्पतालों में स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए तैयारी की गई थी वहां बने आइसोलेशन वार्ड को दोबारा कोरोना वायरस चपेट में आए मरीजों के लिए तैयार किया गया है.
सरकार के पास पर्याप्त मास्क है, इसके अलावा मास्क की कालाबाजारी आदि की कहीं से सूचना आ रही है तो उसकी जांच करवाएंगे. वायरस जिस तरह मुंह, नाक और आंख के जरिए शरीर में जा रहा है इसीलिए आम लोगों से गुजारिश करेंगे कि भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें और अच्छे से हाथ को धोए करें.
बता दें कि मंगलवार को ही दिल्ली में कोरोना वायरस एक मामले की पुष्टि हुई थी. मयूर विहार में रहने वाले शख्स इटली से दिल्ली आया था और अभी उसका सफदरजंग अस्पताल में रखा गया है. कोरोना वायरस की जांच के लिए दिल्ली में फिलहाल दो अस्पताल में सुविधा है इसे बढ़ाकर चार करने के बारे में भी अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है. ताकि आने वाले दिनों में अगर मामले बढ़ेंगे तो जल्दी से जल्दी जांच कर पता लगाया जाए कि मामला पॉजिटिव है या नेगेटिव.