नई दिल्ली: दिल्ली में पारा वैसे ही रोजाना अपने नीचे गिरने के रिकॉर्ड बना रहा है, उस पर चलती हवाएं हाड़ कंपा रही है. ऐसे में सिर्फ टीन शेड के नीचे रहने वालों की स्थिति क्या होगी सोच के ही सिहरन होने लगती है. इसी को देखते हुए स्वामी दयानंद अस्पताल ने अपने पेशेंट वेटिंग एरिया में प्लास्टिक के पर्दे लगवाए हैं.
लेबर रूम और आईसीयू के बाहर पर्दे
वैसे तो स्वामी दयानंद अस्पताल में 370 मरीजों के आइपीडी की व्यवस्था है, लेकिन तीमारदारों की ज्यादा भीड़ लेबर रूम और आईसीयू के बाहर ही होती है. इसे देखते हुए अस्पताल ने इन दिनों क्षेत्रों में बने खुले वेटिंग एरिया की प्लास्टिक के बड़े पर्दों से घेराबंदी कराई है, ताकि तीमारदारों को हाड़ कंपाती हवाओं से बचाया जा सके.
लेबर रूम में कम पड़े इंतजाम
स्वामी दयानंद अस्पताल में सामान्य दिनों में भी गर्भवती महिलाओं की तादाद क्षमता से ज्यादा होती थी, जो अब जीटीबी अस्पताल के कोविड डेडीकेटेड होने की वजह से लगभग दोगुनी हो गई है. ऐसे में यहां लेबर रूम के अंदर मरीजों की और बाहर तीमारदारों की इतनी भीड़ हो रही है कि अस्पताल के इंतजाम बौने पड़ने लग रहे हैं. अस्पताल की तमाम कोशिशों के बाद भी तीमारदारों को खुले गलियारों और पेड़ों के नीचे सोने के विवश होना पड़ रहा है.