ETV Bharat / state

DPCC के अध्यक्ष पद पर सस्पेंस जारी, नहीं बन पा रही मुद्दों पर सहमति

दिल्ली में कांग्रेस की राह आसान नहीं दिख रही. दिल्ली विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं और दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्षों में मनमुटाव साफ देखा जा सकता है.

डीपीसीसी ETV BHARAT
author img

By

Published : Sep 20, 2019, 1:30 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, लेकिन दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद का चुनाव अभी तक नहीं हो पाया है. साथ ही एक के बाद एक पार्टी के अंदर की गुटबाजी देखने को मिल रही है. पार्टी के तीनों कार्यकारी अध्यक्ष भी आपस में किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बना पा रहे हैं. इस वजह से पार्टी के मुद्दे फेल होते दिखाई दे रहे हैं.

डीपीसीसी में गुटबाजी तेज!

चलाना था विपरीत कैम्पेन
आपने दिल्ली की सड़कों पर दौड़ रहे ऑटो के पीछे 'आई लव केजरीवाल' लिखा हुआ देखा होगा और इस मुद्दे के विपरीत दिल्ली कांग्रेस कमेटी ने 'आई हेट केजरीवाल' के मुद्दे को भुनाने की कोशिश की थी. इसको लेकर ऑटो चालक यूनियन के साथ मिलकर कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने रणनीति भी तैयार की थी. लेकिन यह रणनीति सिर्फ बातों में ही रहकर दब गई.

इसके पीछे की वजह यह थी कि तीनों कार्यकारी अध्यक्ष इस मुद्दे को लेकर सहमति नहीं बना पाए और ये यह मुद्दा धरा का धरा रह गया.

क्या कहते हैं राजेश लिलोठिया?
राजेश लिलोठिया ने ऑटो चालक यूनियन से मिलकर आप का फर्जीवाड़ा कैम्पेन चलाने की बात कही थी. लेकिन न तो ऑटो चालक उनके इस स्लोगन के साथ सड़क पर दिख रहे हैं और न ही पार्टी के अन्य दो कार्यकारी अध्यक्ष और कार्यकर्ता. हालांकि राजेश लिलोठिया का कहना है कि स्लोगन को लेकर कुछ संशोधन होना है. इसलिए रोका गया है. ऐसा नहीं मानना चाहिए कि तीनों की इसमें सहमति नहीं है. सब अपने-अपने स्तर पर काम कर रहे हैं.

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, लेकिन दिल्ली कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद का चुनाव अभी तक नहीं हो पाया है. साथ ही एक के बाद एक पार्टी के अंदर की गुटबाजी देखने को मिल रही है. पार्टी के तीनों कार्यकारी अध्यक्ष भी आपस में किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बना पा रहे हैं. इस वजह से पार्टी के मुद्दे फेल होते दिखाई दे रहे हैं.

डीपीसीसी में गुटबाजी तेज!

चलाना था विपरीत कैम्पेन
आपने दिल्ली की सड़कों पर दौड़ रहे ऑटो के पीछे 'आई लव केजरीवाल' लिखा हुआ देखा होगा और इस मुद्दे के विपरीत दिल्ली कांग्रेस कमेटी ने 'आई हेट केजरीवाल' के मुद्दे को भुनाने की कोशिश की थी. इसको लेकर ऑटो चालक यूनियन के साथ मिलकर कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने रणनीति भी तैयार की थी. लेकिन यह रणनीति सिर्फ बातों में ही रहकर दब गई.

इसके पीछे की वजह यह थी कि तीनों कार्यकारी अध्यक्ष इस मुद्दे को लेकर सहमति नहीं बना पाए और ये यह मुद्दा धरा का धरा रह गया.

क्या कहते हैं राजेश लिलोठिया?
राजेश लिलोठिया ने ऑटो चालक यूनियन से मिलकर आप का फर्जीवाड़ा कैम्पेन चलाने की बात कही थी. लेकिन न तो ऑटो चालक उनके इस स्लोगन के साथ सड़क पर दिख रहे हैं और न ही पार्टी के अन्य दो कार्यकारी अध्यक्ष और कार्यकर्ता. हालांकि राजेश लिलोठिया का कहना है कि स्लोगन को लेकर कुछ संशोधन होना है. इसलिए रोका गया है. ऐसा नहीं मानना चाहिए कि तीनों की इसमें सहमति नहीं है. सब अपने-अपने स्तर पर काम कर रहे हैं.

Intro:तीनो कार्यकारी अध्यक्ष की नहीं बन पा रही मुद्दों पर सहमति, आई लव केजरीवाल के विपरीत मुद्दा हुआ फुस्स

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, लेकिन दिल्ली कांग्रेस कमेटी की सुस्ती दूर होने का नाम नहीं ले रही है. एक के बाद एक पार्टी के अंदर की गुटबाजी देखने को मिल रही है. इसी कड़ी में एक नया मामला यह सामने आया है कि तीनों कार्यकारी अध्यक्ष की आपस में किसी भी मुद्दे पर सहमति नहीं बन पा रही है.इस वजह से पार्टी के मुद्दे फेल होते दिखाई दे रहे हैं. तो आइए आपको बताते हैं किस मुद्दे पर तीनों कार्यकारी अध्यक्ष के बीच चल रहा है मनमुटाव.


Body:आई लव केजरीवाल के विपरीत चलाना था कैम्पेन
आपने दिल्ली की सड़कों पर दौड़ रहे ऑटो के पीछे अपने आई लव केजरीवाल लिखा हुआ देखा होगा और इस मुद्दे के विपरीत दिल्ली कांग्रेस कमेटी ने आई हेट केजरीवाल के मुद्दे को भुनाने की कोशिश की थी. इसको लेकर ऑटो चालक यूनियन के साथ मिलकर कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने रणनीति भी तैयार की थी. लेकिन यह रणनीति सिर्फ बातों में रहकर दब गई. इसके पीछे की वजह माने तो तीनों कार्यकारी अध्यक्ष में इस मुद्दे को लेकर सहमति नहीं बन पाई और यह मुद्दा आज फुस्स हो गया है.

क्या कहते हैं राजेश लिलोठिया
आपको बता दें राजेश लिलोठिया ऑटो चालक यूनियन से मिलकर आप का फर्जीवाड़ा कांग्रेस दोबारा कैम्पेन चलाने की बात कही थी.लेकिन न तो ऑटो चालक उनके इस स्लोगन के साथ सड़क पर दिख रहे हैं. और न ही पार्टी के अन्य दो कार्यकारी अध्यक्ष और कार्यकर्ता. हालांकि राजेश लिलोठिया का कहना है कि स्लोगन को लेकर कुछ संशोधन होना है.इसलिए रोका गया है.ऐसा नहीं मानना चाहिए कि तीनों की इसमें सहमति नहीं है.सब अपने-अपने स्तर पर काम कर रहे हैं.


Conclusion:फिलहाल पार्टी में जहां एक ओर अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी तय नहीं हो पा रही है, तो वहीं दूसरी ओर पार्टी में मुद्दों पर भी सहमति नहीं बन पा रही है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.