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Sunday Motivation: यह सृष्टि कर्म क्षेत्र है, बिना कर्म किए यहां कुछ भी हासिल नहीं हो सकता

सुबह का समय ऊर्जा से भरा होता है. इस समय मन में अच्छे विचारों को ग्रहण करना चाहिए. जिससे पूरा दिन अच्छा जाता है और व्यक्ति को कोई भी काम करने में सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. तो आइए दिन की शुरुआत करें श्रीमद भागवत गीता के प्रेरक विचारों (Friday motivation)से.

Sunday Motivation
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Published : Jul 4, 2021, 6:27 AM IST

श्रीमद् भागवत गीता में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को कई प्रेरक विचार दिए. जिससे उन्होंने महाभारत जैसे बड़े युद्ध को कम सेना के बावजूद जीत लिया. आइए आज इन्हीं विचारों से प्रेरणा (Friday motivation) लें.

  • जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है, जो होगा वो भी अच्छा ही होगा.
  • धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है, उसी प्रकार जीवन में भी सुख-दुख आता जाता रहता है.
  • मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वह विश्वास करता है, वैसा वह बन जाता है.
  • जब व्यक्ति अपने कार्य में आनंद प्राप्त कर लेता है, तब वह पूर्ण हो जाता है
  • फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है.
  • जब व्यक्ति अपने कार्य में आनंद प्राप्त कर लेता है, तब वह पूर्ण हो जाता है.
  • कोई भी व्यक्ति जो चाहे बन सकता है, यदि वह एक विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे.
  • जो लोग मन को नियंत्रित नहीं करते, उनके लिए वह शत्रु के समान काम करता है.
  • जीवन न तो भविष्य में है, न अतीत में है, जीवन तो बस इस पल में है.
  • जो व्यवहार आपको दूसरों से पसंद ना हो, ऐसा व्यवहार आप दूसरों के साथ भी ना करें.

श्रीमद् भागवत गीता में भगवान कृष्ण ने अर्जुन को कई प्रेरक विचार दिए. जिससे उन्होंने महाभारत जैसे बड़े युद्ध को कम सेना के बावजूद जीत लिया. आइए आज इन्हीं विचारों से प्रेरणा (Friday motivation) लें.

  • जो हुआ वह अच्छा हुआ, जो हो रहा है वह अच्छा हो रहा है, जो होगा वो भी अच्छा ही होगा.
  • धरती पर जिस प्रकार मौसम में बदलाव आता है, उसी प्रकार जीवन में भी सुख-दुख आता जाता रहता है.
  • मनुष्य अपने विश्वास से निर्मित होता है, जैसा वह विश्वास करता है, वैसा वह बन जाता है.
  • जब व्यक्ति अपने कार्य में आनंद प्राप्त कर लेता है, तब वह पूर्ण हो जाता है
  • फल की अभिलाषा छोड़कर कर्म करने वाला पुरुष ही अपने जीवन को सफल बनाता है.
  • जब व्यक्ति अपने कार्य में आनंद प्राप्त कर लेता है, तब वह पूर्ण हो जाता है.
  • कोई भी व्यक्ति जो चाहे बन सकता है, यदि वह एक विश्वास के साथ इच्छित वस्तु पर लगातार चिंतन करे.
  • जो लोग मन को नियंत्रित नहीं करते, उनके लिए वह शत्रु के समान काम करता है.
  • जीवन न तो भविष्य में है, न अतीत में है, जीवन तो बस इस पल में है.
  • जो व्यवहार आपको दूसरों से पसंद ना हो, ऐसा व्यवहार आप दूसरों के साथ भी ना करें.
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