नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मैथ्स में कमजोर 10वीं के छात्रों को अब घबराने की जरूरत नहीं है. उन्हें मैथ्स में मजबूत बनाने के लिए स्पेशल क्लास (maths special class in Delhi) दी जाएगी. दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने इस संबंध में पत्र जारी कर दिया है.
निदेशालय ने कहा है कि 10वीं कक्षा के शैक्षणिक परिणाम के विश्लेषण और शिक्षा निदेशालय के सभी सरकारी स्कूलों के प्रमुखों के साथ हुई बैठक के बाद यह सामने आया है कि गणित विषय पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. सभी सरकारी, सहायता प्राप्त स्कूलों में आनंदमय तरीके से गणितीय शिक्षा को बढ़ाने के लिए मिशन गणित शुरू किया जा रहा है.
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बताते चलें कि इस साल आए 10वीं के परिणाम में बड़ी संख्या में छात्रों की मैथ्स विषय में कंपार्टमेंट आए थे. इसे लेकर ही शिक्षा विभाग ने तय किया है कि मैथ्स की स्पेशल क्लास दी जाए. निदेशालय ने इस संबंध में सभी स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश जारी कर दिया है.
मैथ्स से जुड़े कुछ प्वाइंट करने होंगे फॉलो : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मैथ्स की स्पेशल क्लास को सुचारू रूप से चलाने के लिए शिक्षा निदेशालय की ओर से कुछ प्वाइंट का सुझाव दिया गया है. इस सत्र के 10वीं के छात्रों में सीखने की क्षमता बढ़ाने के लिए मध्यावधि परीक्षा का प्रश्न / वस्तुवार विश्लेषण सभी सरकारी संस्थानों में आयोजित किया जाएगा. यह मध्यावधि परीक्षा के राज्य के शिक्षा निदेशालय से जुड़े डीओई के सभी स्कूलों में किया जाएगा.
10वीं कक्षा के गणित की 'मस्ट डू' सामग्री को गतिविधि पत्रक/कार्यपत्रकों के साथ मैप किया गया है. छात्रों के सीखने के स्तर का आंकलन और सत्यापन करने के लिए दिन के लिए निर्धारित एक प्रश्न के साथ ये गतिविधि साझा की जाएगी. स्कूल के सर्वोत्तम संसाधनों को शामिल करते हुए स्कूल के समय के बाद या उससे पहले कक्षा 10वीं के लिए विशेष शिक्षण संवर्धन कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं.
एक क्लास में 20 से 25 छात्र ले सकते हैं : स्कूलों में शुरू होने वाली मैथ्स की स्पेशल क्लास में 20 से 25 कमजोर छात्रों को ले सकते हैं. इस क्लास में उन छात्रों को भी शामिल किया जाएगा, जिन्हें नौवीं के मैथ्स विषय में 40 फीसदी अंक मिले हैं. इसके अलावा जो शिक्षक मैथ्स की क्लास लेंगे, उन्हें कक्षाओं में की गई गतिविधियों का रिकॉर्ड रखना होगा.
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