नई दिल्ली: स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट 2014 के प्रावधानों के मुताबिक शिकायत निवारण और विवाद समाधान समितियों की स्थापना की मांग को लेकर हजारों स्ट्रीट वेंडरों ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास का घेराव किया. वेंडर्स की ओर से हंगामे की आशंका को देखते हुए सीएम के निवास की तरफ जाने वाली सड़क पर दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग भी की थी.
'मांगें पूरी नहीं हुई तो धरने पर बैठ जाएंगे'
स्ट्रीट वेंडर द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन के सम्बंध में ईटीवी भारत से बात करते हुए नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद सिंह ने बताया कि स्ट्रीट वेंडर्स एक्ट 2014 के आने के बाद से 5 साल बीत गए हैं. लेकिन इस कानून को अभी तक सही रूप से लागू नहीं किया गया है. जिस कारण रेहड़ी पटरी वालों में असंतोष की भावना पनपने लगी है. इसलिए आज स्ट्रीट वेंडर्स ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया है. अगर आज उनकी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो वे यही धरने पर बैठ जाएंगे.
वेंडर्स को नहीं मिल रही कहीं मदद
इस दौरान उन्होंने कहा कि एक के बाद एक बाजारों से स्ट्रीट वेंडर्स को हटाया जा रहा है. जब इस संबंध में वेंडर्स कोर्ट में जाते हैं तो कोर्ट उन्हें टीवीसी जाने का निर्देश देता है. जहां नगर पालिका और पुलिस अधिकारी आपस में तालमेल बनाकर रखते हैं. इसलिए वेंडर्स की यहां भी मदद नहीं हो पाती.
दिल्ली बीजेपी कार्यालय का भी करेंगे घेराव
विरोध प्रदर्शन के दौरान रेहड़ी एसोसिएशन ने ये भी निर्णय लिया कि चूंकि दिल्ली राज्य बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने नगर निगमों के समक्ष लाइसेंस प्रदान करने का वादा किया था. इसलिए वे वादे को पूरा करवाने के लिए दिल्ली बीजेपी कार्यालय का भी घेराव करेंगे.