नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स ने एक ऐसे गैंग का खुलासा किया है, जो विभिन्न ट्रांसपोर्ट कंपनियों में ड्राइवर के रूप में कार्य करके लाखों रुपए कीमत के मोबाइल फोन चोरी करता है, तथा उसे बांग्लादेश और देश के विभिन्न जगहों पर बेचता है. इस गैंग के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
100 मोबाइल फोन हुए बरामद: उत्तर प्रदेश एसटीएफ के SSP कुलदीप नारायण ने बताया कि एक सूचना के आधार पर एसटीएफ टीम ने बीती रात को अनिल कुमार, अंशु, हर्ष बंसल, केशव, राजीव उर्फ राजवीर को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि उनके पास से ओप्पो और रियल मी के 100 मोबाइल फोन बरामद हुआ है. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी विभिन्न लॉजिस्टिक सेंटरों पर माल ढोने वाले ट्रांसपोर्टरों के यहां अपने गैंग के लोगों को ड्राइवर के रूप में रखवाते थे और उनके साथ मिलकर सामान चोरी करते थे.
बांग्लादेश भेजे जाते हैं चोरी किए गए फोन: SSP ने बताया कि बताया कि मुख्य रूप से मोबाइल फोन, लैपटॉप व अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान इस गिरोह के टारगेट पर होता था. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान पता चला है कि चोरी किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप आदि अवैध रास्तों से बांग्लादेश भेजे जाते हैं. इन बदमाशों ने 24 मई को सैमसंग मोबाइल फोन के लॉजिस्टिक के लिए ऑथराइज शैडोफैक्स कंपनी के एक ट्रक चालक से मिलीभगत कर लाखों रुपए कीमत का मोबाइल फोन चोरी किया था. इस संबंध में थाना सूरजपुर पर मुकदमा दर्ज है.
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गुजरात में बैठा है मास्टरमाइंड: पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि गुजरात में रहने वाला कासिम नामक व्यक्ति इनसे चोरी का मोबाइल फोन खरीदता है. वह मोबाइल फोन की रकम हवाला के माध्यम से इन्हें उपलब्ध कराता है. चोरी के मोबाइल इन्होंने 19 लाख 60 हजार रुपए में कासिम को बेचता था, जिसकी डिलीवरी दिल्ली के करोल बाग में एक कोरियर वाले के यहां की गई थी.
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