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GB Road: जानिए सेक्स वर्कर्स की जिंदगी को दिल्ली पुलिस कैसे दे रही है सहारा

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Published : Jun 18, 2021, 2:40 AM IST

Updated : Jun 18, 2021, 6:31 AM IST

जीबी रोड की गिनती भारत के सबसे बड़े रेड लाइट इलाकों में होती है. जहां एक साथ 100 से ज्यादा वेश्यालय मौजूद हैं. देह व्यापार के ये सभी ठिकाने सड़क के किनारे बनी दुकानों की छतों पर चलते हैं. जीबी रोड पर करीब 4000 से ज्यादा सेक्स वर्कर्स काम करती हैं. कोरोना काल में इनका जीवन और मुश्किल हो गया.

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कोरोना काल में कितनी मुश्किल हो गई सेक्स वर्कर्स की जिंदगी

नई दिल्ली: दिल्ली का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया जीबी रोड जो महिलाओं के लिए एक दलदल के समान है, फर्क केवल इतना है कि कुछ महिलाएं इसमें जबरन धकेली जाती हैं, तो कुछ महिलाएं अपनी मर्जी से इस दलदल में रहने को मजबूर हैं. कोरोना काल में इस दलदल की स्थिति और भी ज्यादा गंभीर और निराशाजनक है. जिसको लेकर ईटीवी भारत लगातार अलग-अलग एजेंसियों से इसको लेकर सवाल कर रहा है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत ने दिल्ली पुलिस सेंट्रल डिस्ट्रिक की एडिशनल डीसीपी श्वेता सिंह चौहान से जीबी रोड के मौजूदा हालातों को लेकर जानकारी ली.

राशन, सैनिटरी पैड पहुंचाया जा रहा है

एडिशनल डीसीपी श्वेता सिंह चौहान ने बताया कि कोरोना काल में लगतार सेक्स कर्मियों को जागरूक किया जा रहा है. सेक्स वर्कर्स को राशन, सेनेटरी नैपकिन समेत जरूरत का सामान पहुंचाने का काम जारी है. एडिशनल डीसीपी श्वेता सिंह चौहान ने बताया कि हम महिलाओं को अलग-अलग वोकेशनल कोर्स कराने की भी कोशिश कर रहे हैं, जिससे कि महिलाएं उन कोर्सों को करके नई-नई चीजें सीखें और अपना रोजगार बदल सकें.

कोरोना काल में कितनी मुश्किल हो गई सेक्स वर्कर्स की जिंदगी.


पढ़ें-सुनिए दिल्ली की बदनाम गलियों की दास्तां... कोरोनाकाल में कैसे जी रहीं जीबी रोड की सेक्स वर्कर्स


महिलाओं के कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी कर रहे काम

सेंट्रल डिस्टिक एडिशनल डीसीपी ने बताया जीबी रोड की सेक्स वर्कर्स के लिए मोमबत्ती बनाना, पार्लर चलाने का कोर्स चलाया जाता है. साथ ही इन कोर्सेज को करने के लिए महिलाओं को जागरूक भी किया जा रहा है, जिससे कि महिला देह व्यापार छोड़कर अन्य तरीकों से अपनी आजीविका कमा सकें. डीसीपी ने बताया कि जीबी रोड पर रह रही हजारों महिलाओं के सामने आर्थिक समस्या के साथ-साथ स्वास्थ्य से जुड़ी भी कई परेशानियां हैं. दिल्ली पुलिस स्थानीय जिला प्रशासन के साथ मिलकर महिलाओं के वैक्सीनेशन को लेकर भी काम कर रही है, जिससे कि जीबी रोड पर रह रही महिलाओं का भी जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीनेशन हो सके.

पढ़ें-GB Road पार्ट-2: महिलाओं से जुड़ी परी संस्था सेक्स वर्कर्स की करेगी मदद

नई दिल्ली: दिल्ली का सबसे बड़ा रेड लाइट एरिया जीबी रोड जो महिलाओं के लिए एक दलदल के समान है, फर्क केवल इतना है कि कुछ महिलाएं इसमें जबरन धकेली जाती हैं, तो कुछ महिलाएं अपनी मर्जी से इस दलदल में रहने को मजबूर हैं. कोरोना काल में इस दलदल की स्थिति और भी ज्यादा गंभीर और निराशाजनक है. जिसको लेकर ईटीवी भारत लगातार अलग-अलग एजेंसियों से इसको लेकर सवाल कर रहा है. इसी कड़ी में ईटीवी भारत ने दिल्ली पुलिस सेंट्रल डिस्ट्रिक की एडिशनल डीसीपी श्वेता सिंह चौहान से जीबी रोड के मौजूदा हालातों को लेकर जानकारी ली.

राशन, सैनिटरी पैड पहुंचाया जा रहा है

एडिशनल डीसीपी श्वेता सिंह चौहान ने बताया कि कोरोना काल में लगतार सेक्स कर्मियों को जागरूक किया जा रहा है. सेक्स वर्कर्स को राशन, सेनेटरी नैपकिन समेत जरूरत का सामान पहुंचाने का काम जारी है. एडिशनल डीसीपी श्वेता सिंह चौहान ने बताया कि हम महिलाओं को अलग-अलग वोकेशनल कोर्स कराने की भी कोशिश कर रहे हैं, जिससे कि महिलाएं उन कोर्सों को करके नई-नई चीजें सीखें और अपना रोजगार बदल सकें.

कोरोना काल में कितनी मुश्किल हो गई सेक्स वर्कर्स की जिंदगी.


पढ़ें-सुनिए दिल्ली की बदनाम गलियों की दास्तां... कोरोनाकाल में कैसे जी रहीं जीबी रोड की सेक्स वर्कर्स


महिलाओं के कोरोना वैक्सीनेशन के लिए भी कर रहे काम

सेंट्रल डिस्टिक एडिशनल डीसीपी ने बताया जीबी रोड की सेक्स वर्कर्स के लिए मोमबत्ती बनाना, पार्लर चलाने का कोर्स चलाया जाता है. साथ ही इन कोर्सेज को करने के लिए महिलाओं को जागरूक भी किया जा रहा है, जिससे कि महिला देह व्यापार छोड़कर अन्य तरीकों से अपनी आजीविका कमा सकें. डीसीपी ने बताया कि जीबी रोड पर रह रही हजारों महिलाओं के सामने आर्थिक समस्या के साथ-साथ स्वास्थ्य से जुड़ी भी कई परेशानियां हैं. दिल्ली पुलिस स्थानीय जिला प्रशासन के साथ मिलकर महिलाओं के वैक्सीनेशन को लेकर भी काम कर रही है, जिससे कि जीबी रोड पर रह रही महिलाओं का भी जल्द से जल्द कोरोना वैक्सीनेशन हो सके.

पढ़ें-GB Road पार्ट-2: महिलाओं से जुड़ी परी संस्था सेक्स वर्कर्स की करेगी मदद

Last Updated : Jun 18, 2021, 6:31 AM IST
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