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मेयर से ज्यादा स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव होगा रोचक, दोनों पदों को जीते बिना एमसीडी पर कब्जा मुश्किल

दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) चुनाव के नतीजे आने के बाद भले ही आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को बहुमत मिला हो, लेकिन उसकी आगे की राह आसान नजर नहीं आ रही है. 6 जनवरी को मेयर पद के चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होगा स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन (Standing Committee Chairman) का भी चुनाव जीतना, क्योंकि एमसीडी में मेयर और स्टैंडिंग कमेटी संवैधानिक तौर पर प्रशासन के मद्देनजर एक दूसरे के पूरक होते हैं. अगर स्टैंडिंग का पद AAP के हाथों से निकल गया तो एमसीडी में उसका सशक्त सरकार चलाने का इरादा फेल साबित हो सकता है.

Standing committee election
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Published : Dec 19, 2022, 6:15 PM IST

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में परिसीमन के बाद एकीकृत एमसीडी (Delhi Municipal Corporation) के हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को बहुमत तो जरूर मिल गया है, लेकिन अभी भी उसकी राह आसान नजर नहीं आ रही है. एक तरफ नए साल में 6 जनवरी को मेयर का चुनाव होना हैं. वहीं, सिर्फ दिल्ली में मेयर बनाने से एमसीडी पर AAP का पूर्ण रूप से कब्जा नहीं हो पाएगा. उसको एमसीडी में मेयर के साथ स्टैंडिंग चेयरमैन पद पर भी कब्जा जमाना होगा (Standing committee election), जिसके बाद ही दिल्ली एमसीडी में AAP सरकार बनाने के साथ सशक्त रूप से काम कर पाएगी.

दरअसल, ऐसा इसलिए भी है क्योंकि मेयर और स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन के पद एक-दूसरे के पूरक होते हैं. स्टैंडिंग कमेटी का प्रमुख कार्य दिल्ली के विकास के मद्देनजर नीति और योजना बनाकर उसे सदन में पास करवाना है, जिसके बाद ही मेयर के हस्ताक्षर होने पर उसे लागू किया जाता है. फिलहाल परिसीमन के बाद दिल्ली एमसीडी में 12 अलग-अलग जोन है, जिनमें 4 जोन में बीजेपी और 6 जोन में आम आदमी पार्टी का वार्ड कमेटी में बहुमत के आधार पर चुनकर आना तय माना जा रहा है.

वहीं, 2 जोन में एलजी द्वारा नियुक्त किए जाने वाले 10 मनोनीत पार्षद जिन्हें एल्डरमैन कहा जाता है वह वार्ड के अंदर बनने वाली कमेटी के फॉरमेशन में गेमचेंजर की भूमिका निभा सकते हैं, जिसका सीधे तौर पर फायदा बीजेपी को होता दिख रहा है. क्योंकि इन सभी एल्डरमैन पार्षदों के नियुक्ति दिल्ली के उपराज्यपाल के द्वारा की जानी है.

ये भी पढ़ें: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए केजरीवाल जिम्मेदार, उपराज्यपाल हस्तक्षेप कर बुलाएं सर्वदलीय बैठकः बिधूड़ी

स्टैंडिंग कमेटी का क्या है गणित: दिल्ली एमसीडी में मेयर और डिप्टी मेयर के पद का चुनाव 6 जनवरी को होना है, जिसके बाद सबसे अहम स्टैंडिंग कमेटी का हो जाता है. स्टैंडिंग कमेटी में 6 सदस्य जहां सदन से मनोनीत किए जाएंगे. वहीं इसके इलावा हर जोन से 1-1 पार्षद स्टैंडिंग कमेटी के लिए मनोनीत किया जाएगा. यानी कुल 12 पार्षद 12 अलग-अलग जोन से स्टैंडिंग कमेटी में आएंगे, जिसके बाद स्टैंडिंग कमेटी के अंदर कुल पार्षदों की संख्या 18 होगी और इन 18 लोगों में से स्टैंडिंग कमेटी के चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन का चुनाव होगा.

एल्डरमैन का साथ अगर बीजेपी को मिला तो बीजेपी 6 जोन पर कब्जा जमा पाएगी, जिसके बाद स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव बेहद दिलचस्प हो जाएंगे. क्योंकि बीजेपी के पास भी स्टैंडिंग कमेटी में पर्याप्त बहुमत हो सकता है और क्रॉस वोटिंग के जरिए बीजेपी अपना स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन बना सकती है.

जानकारों का कहना है कि स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव इसलिए भी रोचक होगा, क्योंकि बीजेपी को एल्डरमैन का समर्थन अगर मिलता है तो आप और बीजेपी दोनों का ही कब्जा 6-6 जोन में होगा. यानी दोनों बराबरी पर होंगे. वहीं, सदन से आने वाले 6 सदस्य जो स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर होंगे, उसमें से 2 सदस्य बीजेपी के होंगे. अगर क्रॉस वोटिंग हुई तो बीजेपी के सदस्य से ज्यादा भी हो सकते हैं, जिसके बाद स्टैंडिंग में चुने जाने वाले 18 सदस्यों में से ही चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन की नियुक्ति की जाएगी, यानी चुनाव के समय बीजेपी के पास 8-9 वोट होंगे और AAP के पास 10 वोट.

वहीं, इन चुनावों में पार्षदों के क्रॉस वोटिंग पर भी कोई पाबंदी नहीं है. ऐसे में अगर 1-2 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर दी तो नतीजा या तो टाई हो जाएगा या फिर बीजेपी के समर्थन में भी आ सकता है. अगर मामला टाई होता है तो फिर पर्ची निकाल कर फैसला किया जाता है. अगर बीजेपी के पक्ष में फैसला गया तो स्टैंडिंग कमेटी का चेयरमैन बीजेपी का होगा. स्टैंडिंग कमेटी इसलिए अहम है क्योंकि योजना बनाने के साथ उसे पास भी करती है, जिसके बाद ही उसे मेयर लागू कर पाता है. साथ ही स्टैंडिंग कमेटी के पास फाइनेंसियल पावर होती है.

ये भी पढ़ें: दिल्ली शराब घोटाले में 6 जनवरी तक दूसरी चार्जशीट, कोर्ट में ED ने दी जानकारी

पूर्व मेयर जयप्रकाश ने बताया कि भले ही एमसीडी चुनाव के नतीजों में बीजेपी को बहुमत नहीं मिला हो लेकिन वार्ड कमेटी के चुनाव में 4 जोन में बीजेपी बहुमत में है. वहीं 2 जोन ऐसे हैं सेंट्रल और नजफगढ़ जहां बीजेपी जोन कमेटी के चुनाव जीतने में अपनी पूरी ताकत लगाएगी. जोन कमेटी के चुनाव में मनोनीत पार्षदों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिनका समर्थन लेकर बीजेपी 2 जोन में चुनाव जीतने की पूरी कोशिश करेगी.

AAP के पूर्व नेता विपक्ष प्रेम चौहान ने बताया कि आम आदमी पार्टी मेयर, डिप्टी मेयर के साथ स्टैंडिंग कमेटी में होने वाले चुनाव को लेकर अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से निश्चिंत है. पार्टी के पास बहुमत है और आप सभी चुनाव जीतने जा रही है. बाकायदा बीते दिनों आप के पार्षदों को 2 दिन की ट्रेनिंग कैंप लगाकर ट्रेनिंग भी दी गई थी, जिसमें सभी जरूरी चीजों के बारे में पार्षदों को बताया गया था. आप के पार्षद किसी भी स्थिति में क्रॉस वोटिंग नहीं करने वाले. हालांकि, बीजेपी द्वारा लगातार उनसे संपर्क कर तोड़ने की कोशिश की जा रही है. लेकिन ऐसा होने नहीं वाला और आप एमसीडी में पूर्ण रुप से सरकार बनाकर दिल्ली की जनता की सेवा करेगी.

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नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में परिसीमन के बाद एकीकृत एमसीडी (Delhi Municipal Corporation) के हुए चुनाव में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) को बहुमत तो जरूर मिल गया है, लेकिन अभी भी उसकी राह आसान नजर नहीं आ रही है. एक तरफ नए साल में 6 जनवरी को मेयर का चुनाव होना हैं. वहीं, सिर्फ दिल्ली में मेयर बनाने से एमसीडी पर AAP का पूर्ण रूप से कब्जा नहीं हो पाएगा. उसको एमसीडी में मेयर के साथ स्टैंडिंग चेयरमैन पद पर भी कब्जा जमाना होगा (Standing committee election), जिसके बाद ही दिल्ली एमसीडी में AAP सरकार बनाने के साथ सशक्त रूप से काम कर पाएगी.

दरअसल, ऐसा इसलिए भी है क्योंकि मेयर और स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन के पद एक-दूसरे के पूरक होते हैं. स्टैंडिंग कमेटी का प्रमुख कार्य दिल्ली के विकास के मद्देनजर नीति और योजना बनाकर उसे सदन में पास करवाना है, जिसके बाद ही मेयर के हस्ताक्षर होने पर उसे लागू किया जाता है. फिलहाल परिसीमन के बाद दिल्ली एमसीडी में 12 अलग-अलग जोन है, जिनमें 4 जोन में बीजेपी और 6 जोन में आम आदमी पार्टी का वार्ड कमेटी में बहुमत के आधार पर चुनकर आना तय माना जा रहा है.

वहीं, 2 जोन में एलजी द्वारा नियुक्त किए जाने वाले 10 मनोनीत पार्षद जिन्हें एल्डरमैन कहा जाता है वह वार्ड के अंदर बनने वाली कमेटी के फॉरमेशन में गेमचेंजर की भूमिका निभा सकते हैं, जिसका सीधे तौर पर फायदा बीजेपी को होता दिख रहा है. क्योंकि इन सभी एल्डरमैन पार्षदों के नियुक्ति दिल्ली के उपराज्यपाल के द्वारा की जानी है.

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एल्डरमैन का साथ अगर बीजेपी को मिला तो बीजेपी 6 जोन पर कब्जा जमा पाएगी, जिसके बाद स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव बेहद दिलचस्प हो जाएंगे. क्योंकि बीजेपी के पास भी स्टैंडिंग कमेटी में पर्याप्त बहुमत हो सकता है और क्रॉस वोटिंग के जरिए बीजेपी अपना स्टैंडिंग कमिटी चेयरमैन बना सकती है.

जानकारों का कहना है कि स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव इसलिए भी रोचक होगा, क्योंकि बीजेपी को एल्डरमैन का समर्थन अगर मिलता है तो आप और बीजेपी दोनों का ही कब्जा 6-6 जोन में होगा. यानी दोनों बराबरी पर होंगे. वहीं, सदन से आने वाले 6 सदस्य जो स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर होंगे, उसमें से 2 सदस्य बीजेपी के होंगे. अगर क्रॉस वोटिंग हुई तो बीजेपी के सदस्य से ज्यादा भी हो सकते हैं, जिसके बाद स्टैंडिंग में चुने जाने वाले 18 सदस्यों में से ही चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन की नियुक्ति की जाएगी, यानी चुनाव के समय बीजेपी के पास 8-9 वोट होंगे और AAP के पास 10 वोट.

वहीं, इन चुनावों में पार्षदों के क्रॉस वोटिंग पर भी कोई पाबंदी नहीं है. ऐसे में अगर 1-2 पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर दी तो नतीजा या तो टाई हो जाएगा या फिर बीजेपी के समर्थन में भी आ सकता है. अगर मामला टाई होता है तो फिर पर्ची निकाल कर फैसला किया जाता है. अगर बीजेपी के पक्ष में फैसला गया तो स्टैंडिंग कमेटी का चेयरमैन बीजेपी का होगा. स्टैंडिंग कमेटी इसलिए अहम है क्योंकि योजना बनाने के साथ उसे पास भी करती है, जिसके बाद ही उसे मेयर लागू कर पाता है. साथ ही स्टैंडिंग कमेटी के पास फाइनेंसियल पावर होती है.

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पूर्व मेयर जयप्रकाश ने बताया कि भले ही एमसीडी चुनाव के नतीजों में बीजेपी को बहुमत नहीं मिला हो लेकिन वार्ड कमेटी के चुनाव में 4 जोन में बीजेपी बहुमत में है. वहीं 2 जोन ऐसे हैं सेंट्रल और नजफगढ़ जहां बीजेपी जोन कमेटी के चुनाव जीतने में अपनी पूरी ताकत लगाएगी. जोन कमेटी के चुनाव में मनोनीत पार्षदों की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिनका समर्थन लेकर बीजेपी 2 जोन में चुनाव जीतने की पूरी कोशिश करेगी.

AAP के पूर्व नेता विपक्ष प्रेम चौहान ने बताया कि आम आदमी पार्टी मेयर, डिप्टी मेयर के साथ स्टैंडिंग कमेटी में होने वाले चुनाव को लेकर अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से निश्चिंत है. पार्टी के पास बहुमत है और आप सभी चुनाव जीतने जा रही है. बाकायदा बीते दिनों आप के पार्षदों को 2 दिन की ट्रेनिंग कैंप लगाकर ट्रेनिंग भी दी गई थी, जिसमें सभी जरूरी चीजों के बारे में पार्षदों को बताया गया था. आप के पार्षद किसी भी स्थिति में क्रॉस वोटिंग नहीं करने वाले. हालांकि, बीजेपी द्वारा लगातार उनसे संपर्क कर तोड़ने की कोशिश की जा रही है. लेकिन ऐसा होने नहीं वाला और आप एमसीडी में पूर्ण रुप से सरकार बनाकर दिल्ली की जनता की सेवा करेगी.

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