नई दिल्ली: आज के समय में कम उम्र में भी लोगों की नजर कमजोर हो रही है. ऐसे लोगों को चश्मे की मदद लेनी पड़ती है, जिससे वह अपनी जरूरत की चीजों को सही तरीके से देख पाएं. वहीं दिनभर चश्मा लगाए रखने से भी कई लोग परेशान हो जाते हैं और चश्मा से छुटकारा पाना चाहते हैं. इसके लिए वर्तमान में कई तकनीक भी मौजूद हैं. इन तकनीक की मदद से महज कुछ मिनट में चश्मे से छुटकारा पाया जा सकता है. आई स्पेशलिस्ट डॉ राहिल चौधरी ने बताया कि सिल्क आई सर्जरी के द्वारा मिनिमम लेज़र तकनीक से चश्मा हटाया जा सकता है और ये तकनीक विजन को ठीक करती हैं.
18 साल के उपर के लोगों के लिए है यह सर्जरी: डॉ राहिल ने बताया कि, "सिल्क आई सर्जरी मिनिमम लेज़र तकनीक जो कुछ ही सेकंड में चश्मे से छुटकारा पाने में मदद करती है. जीरो डाउन टाइम के साथ, यह एडवांस तकनीक बिना किसी परेशानी के तेजी से रिकवरी में मदद करती है. महज 10 मिनट के ऑपरेशन के बाद आप हमेशा के लिए आंखों से चश्मा हटा सकते हैं, और आपके आंखों की रोशनी सामान्य आंख की रोशनी से भी ज्यादा हो जाएगी. 18 साल से उपर के लोग इस सर्जरी को करा सकते हैं."
देश के कुछ बड़े शहरों में उपलब्ध है यह सुविधा: डॉक्टर राहिल के मुताबिक, "यह आंखों के लेजर को लेकर सबसे एडवांस टेक्नोलॉजी है और अब यह भारत में भी मौजूद है. लेकिन मशीन काफी महंगा होने के कारण इसकी सुविधा केवल कुछ मेट्रो सिटीज में ही उपलब्ध है. दिल्ली के E7 हॉस्पिटल में यह मशीन लगा हुआ है और काफी संख्या में लोग इस सिल्क लेजर का फायदा उठा चुके हैं."
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लेजर के लिए लगता है 1 लाख 25 हजार रुपये: डॉक्टर राहिल चौधरी के मुताबिक, "आधुनिक विज्ञान में यह सबसे सटीक और आंखों की रोशनी के लिए सबसे आधुनिक मशीन है. इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है. पहले के लेजर ऑपरेशन के बाद आंखों में सूखने की एवं अलग-अलग तरह की समस्याएं होती थी, लेकिन सिल्क लेजर में वैसी कोई भी समस्या नहीं है और महज 10 मिनट के ऑपरेशन के बाद मरीज अपने घर जा सकता है. फिलहाल इस ऑपरेशन के खर्चे की बात करें तो सिल्क लेजर के ऑपरेशन में 1,25,000 का खर्चा आता है."