राजधानी में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए नई नीति पर विचार शुरू हो गया है. बड़ी वाहन कंपनियों ने इस साल इलेक्ट्रिक कारों के नए मॉडल लांच करने का ऐलान कर रखा है, तो इधर दिल्ली सरकार सभी पार्किंग स्थलों पर चार्जिंग प्वाइंट बनाकर इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने का कदम उठाएगी. यह नीति इसी महीने के अंत तक लागू करने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
इस महीने के अंत तक लागू होगी नीति
दिल्ली सरकार पिछले सालों में वायु प्रदूषण को रोकने में पूरी तरह विफल रही है. इलेक्ट्रिक वाहनों को इसी मकसद से बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ाने में निजी वाहनों का काफी योगदान है. पिछले कुछ सालों में जिस तरह डीजल वाहनों के प्रति लोगों का रुझान बड़ा है, सड़कों पर अब पेट्रोल और डीजल की गाड़ियां आधी-आधी दौड़ रही हैं. जिससे प्रदूषण का स्तर रोकने में प्रदूषण पर नियंत्रण और संभव नहीं हो पा रहा.
पार्किंग स्थलों पर चार्जिंग प्वाइंट
नई पार्किंग नीति में बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहनों को सुविधा देने पर विमर्श हो रहा है. नए नियमों के तहत पार्किंग स्थल के पास बस और मेट्रो स्टेशन तक गाड़ियों के सुगमता से पहुंचने की सुविधा का और पैदल व साइकिल यात्रियों की सुविधा का ध्यान रखा जाएगा.
गाड़ियों को रात भर खड़े रहने की भी व्यवस्था करनी होगी. आसपास के सभी स्कूल के खुलने व बंद होने के समय बच्चों को पार्किंग स्थल के पास कोई परेशानी ना हो इसका इंतजाम करना होगा.
ई वाहन वालों को मिलेगी सुविधा
एक कमेटी जल्द गठित होगी जो पार्किंग के लिए न्यूनतम राशि तय करेगी इसके बाद प्रत्येक वर्ष राशि में बढ़ोतरी संभव हो सकेगी. गाड़ियों की मॉनिटरिंग ऐप द्वारा की जाएगी इस ऐप के जरिए पेमेंट ऑनलाइन भी वसूला जा सकेगा.
योजना के अनुसार राजधानी में कई स्थानों पर मल्टी स्टोरी पार्किंग की जाएगी. मल्टी स्टोरी पार्किंग में कार्यालय भी बनाए जाएंगे यानी मल्टीलेवल पार्किंग का प्रयोग कई अन्य कार्यों के लिए किया जाएगा.
योजना के मुताबिक किसी पार्किंग में दिनभर कार्यालय स्टाफ की गाड़ी खड़ी होगी तो शाम को खाली पार्किंग का उपयोग नजदीक के सिनेमा हॉल या किसके द्वारा किया जा सकेगा.