नई दिल्ली: म्यांमार से मणिपुर के रास्ते हेरोइन लाकर उसे दिल्ली-एनसीआर एवं यूपी में सप्लाई करने वाले दो तस्करों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान आलोक और मोहम्मद अनवर अली के रूप में की गई है. आरोपियों के पास से 5 किलो हेरोइन बरामद की गई है जिसे सप्लाई करने के इरादे से वह दिल्ली आए थे. इनके खिलाफ स्पेशल सेल में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
4 महीने के बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा गैंग
स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव के अनुसार उनकी टीम लगातार ड्रग तस्करी करने वाले गैंग को लेकर काम कर रही थी. ऐसे कई गैंग का पिछले दिनों में स्पेशल सेल ने पर्दाफाश किया है. इस दौरान उन्हें पता चला कि एक गैंग मणिपुर, यूपी, दिल्ली आदि जगहों पर सक्रिय है. वह दिल्ली-एनसीआर में बड़ी मात्रा में हेरोइन पहुंचा रहा है. हेरोइन की खेप मणिपुर से आ रही है. मणिपुर में वह कच्चा माल लेकर हेरोइन को तैयार कर रहे हैं. इसे लेकर आगे काम किया गया और लगभग 4 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस टीम उस गैंग को पहचानने में कामयाब रही.
शालीमार बाग से गिरफ्तार हुए दो आरोपी
20 दिसंबर को स्पेशल सेल को सूचना मिली कि तस्कर आलोक त्रिपाठी और मोहम्मद अनवर अली हेरोइन की बड़ी खेप लेकर दिल्ली में मुन्नी को सप्लाई करने आएंगे. इस जानकारी पर एसीपी जसबीर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक और कुलदीप सिंह की टीम ने छापा मारकर शालीमार बाग इलाके से दोनों को पकड़ लिया. तलाशी में इनके पास से 5 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 20 करोड़ से ज्यादा बताई गई है. इसे लेकर स्पेशल सेल में मामला भी दर्ज किया गया है.
मणिपुर से लेकर आये हेरोइन की खेप
उन्होंने पुलिस को बताया कि यह हेरोइन उन्हें मणिपुर के रहने वाले नजीर और वारिस ने दी है. उन्होंने बताया कि बीते चार-पांच साल से वह हेरोइन की तस्करी कर रहे हैं. गिरफ्तार किया गया आलोक त्रिपाठी 12वीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है. आशिक और प्रवेश के इशारे पर लगभग आठ साल से वह ड्रग तस्करी कर रहा था. वह यूपी और दिल्ली में आशिक और प्रवेश के इशारे पर हेरोइन पहुंचाता था. आलोके सड़क और ट्रेन के रास्ते मणिपुर जाता था और वहां से हेरोइन लाकर उसे यहां सप्लाई करता था. दूसरा आरोपी अनवर अली नजीर और वारिस के इशारे पर बीते 4 साल से हेरोइन तस्करी कर रहा था.