नई दिल्ली: तीन कृषि कानून की वापसी और एमएसपी पर लिखित कानून की मांग को लेकर किसान पिछले 50 दिनों से दिल्ली के विभिन्न सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं. पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर भी किसानों के प्रदर्शन का आज 50 वां दिन है. एक तरफ जहां किसान बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ इन्हें दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है जो इस कड़ाके की ठंड में रोटेशन के आधार पर ड्यूटी कर रहे हैं.
पूर्वी दिल्ली के डीसीपी दीपक यादव ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर किसान पिछले 50 दिनों से प्रदर्शन कर रहे हैं और इन दोनों बॉर्डर पर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद है. जबकि इसके अलावा आनंद विहार, दिलशाद गार्डन, डीएनडी जैसे तमाम बॉर्डर पर वाहनों की आवाजाही पूर्ण रूप से चालू है. एहतियातन इन जगहों पर भी पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. अभी के समय पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर पुलिस का डेप्लॉयमेंट ज्यादा है क्योंकि यहां लंबे समय से हजारों की संख्या में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.
पुलिसकर्मियों के लिए की जा रही विशेष व्यवस्था
डीसीपी दीपक यादव ने बताया कि बॉर्डर पर ड्यूटी कर रहे पुलिस के जवानों की बेहतरी के लिए हम तमाम तरह के इंतजाम कर रहे हैं. जवानों के आराम करने के लिए हमने हर बॉर्डर पर जिला प्रशासन से बात करके पोर्टेबल टेंट लगाए हैं. साथ ही महिला पुलिसकर्मियों के लिए मूवेबल टॉयलेट की व्यवस्था की गई है. सभी पुलिसकर्मियों के खाने से लेकर उनके चाय तक की व्यवस्था हमारे द्वारा की जा रही है. पुलिसकर्मियों को आराम देने के लिए हम उन्हें रोटेशन पर लगाने की कोशिश करते हैं क्योंकि एक काफी लंबे समय से यहां प्रदर्शन चल चल रहा है पुलिसकर्मियों के मोरल बूस्ट करने की हरसंभव कोशिश पुलिस द्वारा की जा रही है.
ये भी पढ़ें- दिल्ली: वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर कल समीक्षा बैठक करेंगे CM केजरीवाल
अन्य पिकेट पर भी बढ़ाई गई है सुरक्षा व्यवस्था
दीपक यादव ने बताया कि गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर के अलावा बॉर्डर क्षेत्र के आसपास पड़ने वाले तमाम पिकेट पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. इन पिकेट पर पुलिस के अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है और उन को ठंड से बचाने के लिए वहां पर पोर्टेबल हीटर भी लगाए जा रहे हैं.