नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में किसी आशंकित भूकंप से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पिछले दिनों 77 इमारतों को नोटिस भेजे जाने के बाद साउथ एमसीडी ने 30 अन्य इमारतों को भी नोटिस भेजा है. इन इमारतों से स्ट्रक्चरल ऑडिट रिपोर्ट मांगी गई है. इसके लिए 30 दिन की समय अवधि दी गई है. जिसके बाद कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है.
103 इमारतों को नोटिस जारी
निगम की एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ऐसी कुल 103 इमारतों को चिन्हित कर नोटिस जारी किया गया है. निगम ने अपने अधिकार क्षेत्र में ऊंची, जर्जर/खतरनाक इमारतों का सर्वेक्षण कर उन्हें चिन्हित कर रही है, ताकि उनकी भूकंपीय स्थिरता की जांच हो सके. अलग-अलग आरडब्ल्यूए और हाउसिंग सोसायटी से आग्रह किया जा रहा है कि वह अपनी इमारतों की ढांचागत सुरक्षा के लिए निगम से संपर्क कर सलाह ले लें.
अतिरिक्त कंसलटेंट सूचीबद्ध
बताया गया कि स्ट्रक्चर ऑडिट रिपोर्ट पंजीकृत स्ट्रक्चर कंसलटेंट/इंजीनियर के माध्यम से कारवाई जाएगी. जिसकी जानकारी निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध है. इसके लिए 7 अतिरिक्त कंसलटेंट को सूचीबद्ध किया गया है. जो इमारतों की जांच करेंगे. इंजीनियरिंग संस्थान जैसे कि आईआईटी दिल्ली, आईपी यूनिवर्सिटी या कोई अन्य संस्थान, जिसे एआईसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त हो. उनके द्वारा भी इमारतों की जांच कारवाई जा सकती है.
27 भवन चिन्हित
इसके अलावा निगम ने 27 निगम भवनों को स्ट्रक्चर ऑडिट के लिए चिन्हित किया है. इन इमारतों की ढांचागत सुरक्षा के लिए स्ट्रक्चर कंसलटेंट को नियुक्त किया गया है और उनकी सलाह पर मरम्मत का काम भी शुरू कर दिया है. इंजीनियरों और कंसलटेंट द्वारा निगम प्राथमिक विद्यालय केशवपुरम, डाबडी समुदाय भवन, जोनल कार्यालय भवन लाजपत नगर, मात्र एवं शिशु कल्याण केंद्र जंगपुरा और निगम प्राथमिक विद्यालय ऑल्ड सागरपुर, निरीक्षण का कार्य किया गया. इन भवनों की ढांचागत स्थिरता की जांच के लिए यह निरीक्षण किया गया और इंजीनियर यह सुनिश्चित कर रहे है कि यह परिसर सुरक्षित है या नहीं.