नई दिल्ली: सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा पर शिरोमणी अकाली दल दिल्ली ने कमेटी के फंड का गलत इस्तेमाल और दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. जिसको लेकर शिरोमणी अकाली दल दिल्ली की तरफ से मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई है, साथ ही FIR की कॉपी दिखाते हुए शिरोमणी अकाली दल दिल्ली ने प्रेस वार्ता की.
'250-300 करोड़ रुपये का घोटाला'
शिरोमणी अकाली दल दिल्ली के महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने कहा कि यह घोटाला कुछ 10 से 20 करोड़ का नहीं है, बल्कि ढाई सौ से तीन सौ करोड़ का गबन और घोटाला दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से किया गया है. उन्होंने कहा कि साल 2015 से ही यह घोटाला किया जा रहा है और गलत दस्तावेज के जरिए अपनी करतूत छुपाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमारे पास सभी प्रूफ है, जो पुलिस को दे दिए गए हैं, जिसके बाद यह FIR दर्ज हुई है.
शिरोमणी अकाली दल दिल्ली ने दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी पर दान के पैसों की हेराफेरी का भी आरोप लगाया है. जिसको लेकर पार्टी के PRO भूपेंद्र सिंह की तरफ से शिकायत दर्ज करवाई गई है. उसको लेकर SADD ने DSGMC प्रमुख मनजिंदर सिंह सिरसा को अपने पद से इस्तीफा देने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि वह पूरी सिख कौम पर धब्बा हैं, उन्होंने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के इतिहास पर धब्बा लगाया है, अब वह इस पद पर बने रहने के लायक नहीं है इसलिए उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.
कर्मचारियों को नहीं दी गई है पिछले करीब 8 महीने से सैलरी
इस मौके पर डीएसजीएमसी के पूर्व प्रधान परमजीत सिंह सरना और SADD के महासचिव हरविंदर सिंह सरना समेत कई पदाधिकारी मौजूद रहे. हरविंदर सिंह सरना ने कहा कि मौजूदा समय में वैश्विक महामारी के दौर में में भी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने सभी हदों को पार करते हुए अपने ही कर्मचारियों, स्कूल के अध्यापक को पिछले 8 महीने से सैलरी तक नहीं दी है, साथ ही गुरु नानक इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट के कर्मचारियों को भी पिछले 6 महीने से आधा वेतन नहीं मिला है, उन्होंने कहा कि इसको लेकर एफ आई आर दर्ज कराई गई है और पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी.