नई दिल्ली: झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग के बाद देशभर में इसके खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है. जगह-जगह विरोध प्रदर्शनों का दौर चल रहा है. इसी कड़ी में गैर-सरकारी संगठन शमां सोसाइटी मॉब लिंचिंग के खिलाफ 'बनाओ मुट्ठी, लिखो चिट्ठी' नाम से एक विशेष अभियान शुरू करने जा रही है.
संगठन के महासचिव डॉ.फहीम बेग के मुताबिक इस अभियान के तहत मॉब लिंचिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाए जाने की मांग करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी जाएगी.
दूसरे तरीके से करेंगे विरोध
शमां सोसाइटी इस अभियान के तहत मॉब लिंचिंग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर तबरेज के दोषियों को कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहा है. शमां सोसाइटी के महासचिव डॉ. फहीम बेग ने बताया कि इस बार संगठन मॉब लिंचिंग का विरोध जताने के लिए विरोध प्रदर्शन नहीं बल्कि एक अन्य संवैधानिक तरीके का इस्तेमाल करेगी.
आम लोगों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा
संगठन आम लोगों से एक तयशुदा प्रारूप पर एक चिट्ठी प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के नाम भेजकर मॉब लिंचिंग के खिलाफ सख्त कानून बनाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग करेगा.
पीएम को दिलाएंगे 'सबका साथ सबका विश्वास' की याद
डॉ. फहीम ने बताया कि इस अभियान का सबसे अहम मकसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके दिए नारे सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की याद दिलाना है. इसके तहत शमां एनजीओ 'बनाओ मुट्ठी, लिखो चिट्ठी' नाम से खास अभियान की शुरुआत करने जा रहा है.
प्रधानमंत्री ने की घटना की निंदा
दरअसल झारखंड में मॉब लिंचिंग के दौरान हुई तबरेज की हत्या के बाद देशभर में लोगों का गुस्सा विरोध प्रदर्शन के रूप में फूट रहा है, लेकिन पहली बार ऐसा हुआ कि खुद प्रधानमंत्री ने संसद सत्र के दौरान इस घटना की निंदा की साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही.