नई दिल्लीः दिल्ली विश्वविद्यालय के शहीद भगत सिंह कॉलेज ने सोमवार को जारी एक नोटिस के अनुसार, 40 प्रतिशत से कम उपस्थिति वाले लगभग 100 छात्रों को परीक्षाओं के लिए प्रवेश पत्र देने से इनकार कर दिया है. एक महीने में यह दूसरी बार है जब कॉलेज ने कम उपस्थिति के कारण छात्रों को परीक्षा में बैठने से रोक दिया है.
नोटिस के मुताबिक, कॉलेज ने किसी भी सेमेस्टर में 40 फीसदी से कम उपस्थिति वाले बीए प्रोग्राम और बीकॉम के छात्रों को एडमिट कार्ड देने से इनकार कर दिया है. शहीद भगत सिंह कॉलेज के प्रिंसिपल अरुण कुमार अत्री ने बताया कि कॉलेज शाम के बैच में कम उपस्थिति वाले छात्रों के लिए एक और अधिसूचना जारी करेगा.
अरुण कुमार ने कहा कि अधिसूचनाएं दिल्ली विश्वविद्यालय के मानदंडों के अनुसार जारी की जा रही हैं, जो छात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए न्यूनतम उपस्थिति मानदंड निर्धारित करती है. उनका कहना है कि, "कुछ छात्र कक्षाओं में भाग लेने में बहुत लापरवाही बरतते हैं. इनमें से कई छात्र प्रवेश लेते हैं... जबकि वे प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं या समानांतर रूप से एक अलग पाठ्यक्रम का अध्ययन करते हैं. हम विश्वविद्यालय के मानदंडों के अनुसार खेल या सांस्कृतिक गतिविधियों में शामिल उन छात्रों के मामलों पर विचार करेंगे."
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40 प्रतिशत से 66.66 प्रतिशत के बीच उपस्थिति वाले छात्रों को अगले सेमेस्टर में कम उपस्थिति को कवर करने के लिए 12 दिसंबर तक एक शपथ पत्र जमा करने के लिए कहा गया है. आपको बता दें कि इससे पहले भी ऑनर्स प्रोग्राम के 1,397 छात्रों का एडमिट कार्ड नहीं आया था. इन सभी छात्रों को भी आज 12 दिसंबर तक शपथ पत्र जमा करने के लिए कहा गया है.
नोटिस में कहा गया है कि यदि छात्र निर्धारित समय अवधि के भीतर शपथ पत्र जमा करने में विफल रहते हैं, तो उन्हें प्रवेश पत्र जारी नहीं किए जाएंगे. इसमें कहा गया है कि जो छात्र किसी भी कारण से न्यूनतम उपस्थिति मानदंड को पूरा नहीं कर सके, वे 12 दिसंबर शाम 5 बजे तक प्रशासन को एक सहायक दस्तावेज या जानकारी जमा कर सकते हैं, जो उचित समझे जाने पर निर्णय लेगा.
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