नई दिल्ली: दिल्ली में लगातार बड़ी संख्या में सामने आ रहे कोरोना के मामलों के बीच आज एसडीएमसी के द्वारा वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 के मद्देनजर रिवाइज्ड बजट स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन के द्वारा प्रस्तुत किया गया. इस पूरे बजट को चुनावी साल के बजट की तरह देखा जा रहा है. इस बार के बजट में एसडीएमसी के द्वारा किसी प्रकार के कर में वृद्धि नहीं की गई है. संपत्ति कर की दरों को बढ़ाने के प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया है.वहीं निगम के द्वारा एमवीसी के सुझावों के आधार बढ़ाए गए 8 से 10 गुना कर की दरों को दोबारा घटाकर 3 से 4 गुना पर कर दिया है.
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के द्वारा आज राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एहतियातन तौर पर सावधानी बरतते हुए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बजट सत्र को बुलाया गया. आज हुई बजट सत्र की बैठक में स्टैंडिंग कमेटी चेयरमैन बीके ओबरॉय के द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष जो कि चुनावी वर्ष भी है. उसके लिए निगम का बजट प्रस्तुत किया गया. एसडीएमसी में बीजेपी की सरकार द्वारा आज प्रस्तुत किए गए बजट में दिल्ली की जनता पर किसी प्रकार से बोझ संपत्ति कर की दर में वृद्धि करके नहीं डाला गया है. निगम कमिश्नर द्वारा जो सुझाव दिए गए थे. संपत्ति कर की दरों में वृद्धि करने के उन सभी सुझावों को निगम के द्वारा निरस्त कर दिया गया है. स्टैंडिंग् कमेटी चेयरमैन ने आज घोषणा करके कहा कि पिछले सालों की तरह इस साल भी अनऑथराइज्ड कॉलोनीयां जिन्हें प्रधानमंत्री द्वारा घोषणा करके रेगुलराइज कर दिया गया है. उन सभी की एमनेस्टी स्कीम जारी रहेगी.जिसके तहत रिहायशी संपत्ति के मालिक जो अनधिकृत कॉलोनियों में रह रहे हैं. वह वर्तमान वित्तीय वर्ष का संपत्ति कर जमा करा कर अपनी संपत्ति का मालिकाना हक प्राप्त कर सकते हैं. जबकि गैर रिहायशी इलाकों में पिछले दो साल का संपत्ति कर जमा कराना होगा.
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दक्षिण दिल्ली नगर निगम के द्वारा यूडीएफ फंड के तहत 20 एसटीपी की स्थापना विभिन्न 16 जगहों पर की गई है. जिनकी क्षमता 50 किलोलीटर प्रतिदिन है. निगम ने बीते एक वर्ष में 100 टीपीडी वेस्ट गार्बेज मैनेजमेंट को लेकर एमओयू के तहत उसकी स्थापना की है. कूड़े के मैनेजमेंट को लेकर निगम के द्वारा एक मिसाल पेश करते हुए सैरीगेशन के तहत 16 मॉडल वार्ड भी बनाए गए हैं. निगम के अंतर्गत आने वाले सभी छोटे नालों की सफाई के लिए हर एक जोन में मैकेनिकल स्वीपिंग कम जेटटिंग मशीन भी उपलब्ध कराई गई है.
निगम ने बीते एक साल में इंजीनियर लैंडफिल साइट को तखंड ओखला में बनाकर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट की स्थापना भी 15 एकड़ के क्षेत्र में की है. जिसकी सहायता से 100 टीपीडी कैपेसिटी मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी तेहखंड में उपलब्ध हो गई है. निगम के द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी कई काम किए गए हैं. इन्हीं कामों में से एक बड़ा काम तिलक नगर में निगम के माता गुजरी देवी हॉस्पिटल को स्थापित करना और इसे जनता को समर्पित करना भी शामिल है. निगम के द्वारा दो डायलिसिस सेंटर भी बीते एक साल में स्थापित किए गए हैं. जो माता गुजरी देवी हॉस्पिटल तिलक नगर और पूर्णिमा सिटी अस्पताल कालकाजी में स्थित है.
जनता तक स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाएं पहुंचाने के मद्देनजर निगम के द्वारा 8 नए हेल्थ सेंटर्स को भी खोला गया है. निगम द्वारा अपने क्षेत्र में पानी की कमी की समस्या को देखते हुए रेन वाटर हार्वेस्टिंग को भी बढ़ावा दिया गया है.जिसके तहत निगम ने अपने अंतर्गत आने वाले 431 स्कूल की बिल्डिंग में से 399 बिल्डिंग में रेन वाटर हार्वेस्टिंग के सिस्टम को सफलतापूर्वक इंस्टॉल किया है.निगम के अंतर्गत आने वाले 388 स्कूल के अंदर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं और वह सभी सफलतापूर्वक काम भी कर रहे हैं. जल्दी बाकी बचे हुए स्कूलों का अंदर भी सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल किए जाएंगे.