नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से मार्च से ही सभी स्कूल छात्रों के लिए बंद हो गए थे. अब करीब 10 माह बाद आज से दसवीं और बारहवीं के छात्रों के लिए स्कूल खोले गए हैं. इस दौरान छात्रों के लिए स्कूल पूरी तरह से फूलों से सजे हुए हैं. छात्र और शिक्षक स्कूल खोलने को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया चिराग एनक्लेव में स्थित कॉटिल्या सर्वोदय बाल विद्यालय में शिक्षा निदेशक उदित प्रकाश के साथ पहले दिन का जायजा लेने के लिए पहुंचे, जहां पर सैनिटाइजर और थर्मल स्कैन करने के बाद स्कूल में प्रवेश किया. इस दौरान शिक्षा मंत्री और शिक्षा निदेशक ने छात्रों से भी बात किया.
वहीं पहले दिन की स्थिति का जायजा लेने के लिए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया, शिक्षा निदेशक उदित प्रकाश के साथ चिराग एनक्लेव में स्थित कॉटिल्या सर्वोदय बाल विद्यालय में पहुंचे, जहां पर उन्होंने छात्रों से बात किया. इस दौरान छात्रों ने कहा कि वह स्कूल खुलने को लेकर काफी अरसे से इंतजार कर रहे थे. इसके अलावा एक छात्र ने शिक्षा मंत्री से कहा कि स्कूल नहीं खुलने की वजह से घर पर बोर हो रहे थे. वहीं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने छात्रों से कहा कि बेशक स्कूल खुल गए हैं, लेकिन हमें सावधानी इस दौरान बरतनी होगी. मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी का भी पालन करना होगा.
बच्चों की तैयारी के लिए खोले गए स्कूल
इस दौरान शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि करीब 10 माह बाद स्कूल खुले हैं. उन्होंने कहा कि यह पूरी दुनिया के लिए एक मुश्किल का समय रहा है. साथ ही कहा कि खुशी है कि स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है, लेकिन स्थिति अभी पूरी तरह से ठीक नहीं है. इसी वजह से पूरी तरह से स्कूल को नहीं खोला गया है. फिलहाल केवल 10वीं और 12वीं के छात्रों को बोर्ड की तैयारी, प्रैक्टिकल, प्रोजेक्ट सहित उनकी काउंसलिंग के लिए स्कूल बुलाया जा रहा है. सिसोदिया ने कहा कि अचानक बोर्ड की परीक्षा में बिठा देना छात्रों के लिए वह सही नहीं होगा. उन्होंने उम्मीद जताई कि सामाजिक दूरी का पालन करते हुए स्कूल सही तरह से स्कूल संचालित हो सकेंगे. साथ ही कहा कि अभी पूरे स्कूल को खोलने का कोई विचार नहीं है.