नई दिल्ली: गाजियाबाद में वाल्मीकि समाज के लोगों द्वारा बौद्ध धर्म अपनाने का मुद्दा अब बड़ा सियासी रूप ले चुका है. इसे लेकर अब आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखी है. संजय सिंह ने इस चिट्ठी के जरिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदियनाथ पर प्रदेश में जातीय हिंसा की साजिश रचने का आरोप लगाया है.
'बलात्कारियों को बचा रही सरकार'
संजय सिंह ने इस चिट्ठी में लिखा है कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बड़े स्तर पर जातीय हिंसा का षड्यंत्र रचा जा रहा है. यूपी में खासकर जाटव और वाल्मीकि समाज के प्रति हिंसा की घटनाएं बढ़ रहीं हैं, वहीं दलित समाज की महिलाओं के लगातार बलात्कार हो रहे हैं. संजय सिंह ने आरोप लगाया है कि इन सब मामलों पर कार्रवाई करने की बजाय, यूपी सरकार बलात्कारियों को बचाने में लगी है.
'सत्ता के संरक्षण में अपराध'
उन्होंने यह भी कहा है कि भाजपा के एक विधायक ने वाल्मीकि समाज के लोगों को आईएसआईएस का एजेंट बताया है और कहा है कि वे दाऊद इब्राहिम से पैसे लेकर धर्म छोड़ रहे हैं. जबकि हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश में लोग सत्ता के संरक्षण में हो रहे उत्पीड़न से तंग आकर धर्म परिवर्तन कर रहे हैं. संजय सिंह ने चिट्ठी में बलिया की उस घटना का भी जिक्र किया है, जहां एसडीओ के सामने एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी.
'सीएम योगी के खिलाफ हो जांच'
संजय सिंह ने लिखा है कि उत्तर प्रदेश में वाल्मीकि, जाटव, पासी, सोनकर, पाल, मौर्य, राजभर, कुशवाहा, निषाद, नाई, विश्वकर्मा, प्रजापति, यादव और अन्य जातियों के खिलाफ योगी आदित्यनाथ सरकार ने अत्याचार का नंगा नाच छेड़ रखा है. संजय सिंह ने प्रधानमंत्री से अपील की है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जांच कराई जाए और सख्त कार्रवाई हो.