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दिल्ली की ये सड़क हर साल लेती है 100 से ज्यादा लोगों की जान, देखिए आंकड़े

दिल्ली की सबसे दो प्रमुख और लंबी सड़क है, रिंग रोड एवं बाहरी रिंग रोड. रिंग रोड जहां लगभग 40 किलोमीटर लंबा है तो वहीं बाहरी रिंग रोड 47 किलोमीटर लंबा है. इस बाहरी रिंग रोड पर राजधानी में सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं जिनमें प्रत्येक वर्ष 100 से भी अधिक लोग अपनी जान गंवा देते हैं.

दिल्ली की यह सड़क लेती है 100 से ज्यादा लोगों की जान
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Published : Oct 16, 2019, 8:23 AM IST

Updated : Oct 16, 2019, 9:50 AM IST

नई दिल्ली : राजधानी में सड़क हादसों में भले ही कमी आई है, लेकिन अभी भी मौत के यह आंकड़े डराते हैं. दिल्ली की सड़कों पर औसतन चार लोग रोजाना अपनी जान सड़क हादसों में गंवा देते हैं. ऐसे सड़क हादसे सबसे ज्यादा बाहरी रिंग रोड पर होते हैं, जहां प्रत्येक वर्ष 100 से भी ज्यादा लोग अपनी जान गंवा देते हैं.

दिल्ली की यह सड़क लेती है 100 से ज्यादा लोगों की जान

वहीं बड़ी संख्या में सड़क हादसे में लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. यहां होने वाले सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस अब खास कदम उठा रही है.

बता दें कि दिल्ली की सबसे दो प्रमुख और लंबी सड़क है, रिंग रोड एवं बाहरी रिंग रोड. रिंग रोड जहां लगभग 40 किलोमीटर लंबा है तो वहीं बाहरी रिंग रोड 47 किलोमीटर लंबा है. इस बाहरी रिंग रोड पर राजधानी में सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं जिनमें प्रत्येक वर्ष 100 से भी अधिक लोग अपनी जान गंवा देते हैं. हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने सर्वे कर यह जानकारी जुटाई है कि बाहरी रिंग रोड पर ऐसी कौन सी जगह हैं, जहां अधिक सड़क हादसे होते हैं. ऐसे 20 से ज्यादा हॉट स्पॉट को इस सर्वे में चिन्हित किया गया है. ताकि वहां होने वाले हादसों को रोका जा सके.

'तेज रफ्तार है हादसों का सबसे बड़ा कारण'

ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिंग रोड और बाहरी रिंग रोड पर अधिकांश सड़क हादसे होने का कारण तेज रफ्तार है. यहां पर खुली सड़कें हैं जिन पर लोग तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाते हैं. इसकी वजह से वह सड़क हादसों का शिकार होते हैं. गाड़ियों की रफ्तार को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ठोस कदम उठाने जा रही है. जिन जगहों पर रफ्तार के चलते सड़क हादसे हो रहे हैं, उन जगहों पर ट्रैफिक पुलिस स्पीड डिटेक्टर कैमरे लगाने जा रही है. अधिकांश जगहों पर यह कैमरे लगाएं जा चुके हैं. इनके अलावा कुछ जगहों पर पैदल सड़क पार करने वाले लोगों के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाए जा रहे हैं.

'रोड इंजीनियरिंग की जांच, लाइट का बंदोबस्त'

ट्रैफिक पुलिस के अनुसार उन जगहों की जांच रोड इंजीनियरों से भी करवाई जा रही है, जहां अधिक सड़क हादसे हो रहे हैं. इसके अलावा ऐसी जगहों को भी चिन्हित किया जा रहा है, जहां पर लाइट की उचित व्यवस्था नहीं है. इसके लिए संबंधित विभाग को जानकारी दी गई है ताकि वहां लाइट की उचित व्यवस्था की जा सके.


रिंग रोड के खतरनाक स्पॉट

⦁ जगह सामान्य हादसे मौत
⦁ मुकरबा चौक 9 7
⦁ मुकुंदपुर चौक 16 8
⦁ निरंकारी कालोनी 11 6
⦁ स्वरूप नगर 13 5
⦁ वजीराबाद 16 6
⦁ भलस्वा चौक 8 9
⦁ बुराड़ी चौक 10 5
⦁ आईटीआई धीरपुर 4 4
⦁ मजलिस पार्क 8 5
⦁ संतोम अस्पताल 3 4
⦁ चिराग दिल्ली 12 3
⦁ लाडो सराय 5 4
⦁ मोदी मिल फ्लाईओवर 5 3
⦁ डाबड़ी फ्लाईओवर 9 2
⦁ जनकपुरी 8 2
⦁ कालकाजी 9 1

नई दिल्ली : राजधानी में सड़क हादसों में भले ही कमी आई है, लेकिन अभी भी मौत के यह आंकड़े डराते हैं. दिल्ली की सड़कों पर औसतन चार लोग रोजाना अपनी जान सड़क हादसों में गंवा देते हैं. ऐसे सड़क हादसे सबसे ज्यादा बाहरी रिंग रोड पर होते हैं, जहां प्रत्येक वर्ष 100 से भी ज्यादा लोग अपनी जान गंवा देते हैं.

दिल्ली की यह सड़क लेती है 100 से ज्यादा लोगों की जान

वहीं बड़ी संख्या में सड़क हादसे में लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. यहां होने वाले सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस अब खास कदम उठा रही है.

बता दें कि दिल्ली की सबसे दो प्रमुख और लंबी सड़क है, रिंग रोड एवं बाहरी रिंग रोड. रिंग रोड जहां लगभग 40 किलोमीटर लंबा है तो वहीं बाहरी रिंग रोड 47 किलोमीटर लंबा है. इस बाहरी रिंग रोड पर राजधानी में सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं जिनमें प्रत्येक वर्ष 100 से भी अधिक लोग अपनी जान गंवा देते हैं. हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने सर्वे कर यह जानकारी जुटाई है कि बाहरी रिंग रोड पर ऐसी कौन सी जगह हैं, जहां अधिक सड़क हादसे होते हैं. ऐसे 20 से ज्यादा हॉट स्पॉट को इस सर्वे में चिन्हित किया गया है. ताकि वहां होने वाले हादसों को रोका जा सके.

'तेज रफ्तार है हादसों का सबसे बड़ा कारण'

ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिंग रोड और बाहरी रिंग रोड पर अधिकांश सड़क हादसे होने का कारण तेज रफ्तार है. यहां पर खुली सड़कें हैं जिन पर लोग तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाते हैं. इसकी वजह से वह सड़क हादसों का शिकार होते हैं. गाड़ियों की रफ्तार को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ठोस कदम उठाने जा रही है. जिन जगहों पर रफ्तार के चलते सड़क हादसे हो रहे हैं, उन जगहों पर ट्रैफिक पुलिस स्पीड डिटेक्टर कैमरे लगाने जा रही है. अधिकांश जगहों पर यह कैमरे लगाएं जा चुके हैं. इनके अलावा कुछ जगहों पर पैदल सड़क पार करने वाले लोगों के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाए जा रहे हैं.

'रोड इंजीनियरिंग की जांच, लाइट का बंदोबस्त'

ट्रैफिक पुलिस के अनुसार उन जगहों की जांच रोड इंजीनियरों से भी करवाई जा रही है, जहां अधिक सड़क हादसे हो रहे हैं. इसके अलावा ऐसी जगहों को भी चिन्हित किया जा रहा है, जहां पर लाइट की उचित व्यवस्था नहीं है. इसके लिए संबंधित विभाग को जानकारी दी गई है ताकि वहां लाइट की उचित व्यवस्था की जा सके.


रिंग रोड के खतरनाक स्पॉट

⦁ जगह सामान्य हादसे मौत
⦁ मुकरबा चौक 9 7
⦁ मुकुंदपुर चौक 16 8
⦁ निरंकारी कालोनी 11 6
⦁ स्वरूप नगर 13 5
⦁ वजीराबाद 16 6
⦁ भलस्वा चौक 8 9
⦁ बुराड़ी चौक 10 5
⦁ आईटीआई धीरपुर 4 4
⦁ मजलिस पार्क 8 5
⦁ संतोम अस्पताल 3 4
⦁ चिराग दिल्ली 12 3
⦁ लाडो सराय 5 4
⦁ मोदी मिल फ्लाईओवर 5 3
⦁ डाबड़ी फ्लाईओवर 9 2
⦁ जनकपुरी 8 2
⦁ कालकाजी 9 1

Intro:नई दिल्ली

राजधानी में सड़क हादसों में भले ही कमी आई है, लेकिन अभी भी मौत के यह आंकड़े डराते हैं. दिल्ली की सड़कों पर औसतन चार लोग रोजाना अपनी जान सड़क हादसों में गंवा देते हैं. ऐसे सड़क हादसे सबसे ज्यादा बाहरी रिंग रोड पर होते हैं, जहां प्रत्येक वर्ष 100 से भी ज्यादा लोग अपनी जान गंवा देते हैं. वहीं बड़ी संख्या में सड़क हादसे में लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं. यहां होने वाले सड़क हादसों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस अब खास कदम उठा रही है.




Body:जानकारी के अनुसार दिल्ली की सबसे दो प्रमुख एवं लंबी सड़क है रिंग रोड एवं बाहरी रिंग रोड. रिंग रोड जहां लगभग 40 किलोमीटर लंबा है तो वहीं बाहरी रिंग रोड 47 किलोमीटर लंबा है. इस बाहरी रिंग रोड पर राजधानी में सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते हैं जिनमें प्रत्येक वर्ष 100 से भी अधिक लोग अपनी जान गंवा देते हैं. हाल ही में ट्रैफिक पुलिस ने सर्वे कर यह जानकारी जुटाई है कि बाहरी रिंग रोड पर ऐसी कौन सी जगह हैं, जहां अधिक सड़क हादसे होते हैं. ऐसे 20 से ज्यादा हॉट स्पॉट को।इस सर्वे में चिन्हित किया गया है ताकि वहां होने वाले हादसों को रोका जा सके.


तेज रफ्तार है हादसों का सबसे बड़ा कारण
ट्रैफिक पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिंग रोड एवं बाहरी रिंग रोड पर अधिकांश सड़क हादसे होने का कारण तेज रफ्तार है. यहां पर खुली सड़कें हैं जिन पर लोग तेज रफ्तार से वाहन दौड़ाते हैं. इसकी वजह से वह सड़क हादसों का शिकार होते हैं. गाड़ियों की रफ्तार को कम करने के लिए ट्रैफिक पुलिस ठोस कदम उठाने जा रही है. जिन जगहों पर रफ्तार के चलते सड़क हादसे हो रहे हैं, उन जगहों पर ट्रैफिक पुलिस स्पीड डिटेक्टर कैमरे लगाने जा रही है. अधिकांश जगहों पर यह कैमरे लगाएं जा चुके हैं. इनके अलावा कुछ जगहों पर पैदल सड़क पार करने वाले लोगों के लिए ट्रैफिक सिग्नल लगाए जा रहे हैं.

रोड इंजीनियरिंग की जांच, लाइट का बंदोबस्त
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार उन जगहों की जांच रोड इंजीनियरों से भी करवाई जा रही है, जहां अधिक सड़क हादसे हो रहे हैं. इसके अलावा ऐसी जगहों को भी चिन्हित किया जा रहा है जहां पर लाइट की उचित व्यवस्था नहीं है. इसके लिए संबंधित विभाग को जानकारी दी गई है ताकि वहां लाइट की उचित व्यवस्था की जा सके.


Conclusion:रिंग रोड के खतरनाक स्पॉट

जगह सामान्य हादसे मौत
मुकरबा चौक 9 7
मुकुंदपुर चौक 16 8
निरंकारी कालोनी 11 6
स्वरूप नगर 13 5
वजीराबाद 16 6
भलस्वा चौक 8 9
बुराड़ी चौक 10 5
आईटीआई धीरपुर 4 4
मजलिस पार्क 8 5
संतोम अस्पताल 3 4
चिराग दिल्ली 12 3
लाडो सराय 5 4
मोदी मिल फ्लाईओवर 5 3
डाबड़ी फ्लाईओवर 9 2
जनकपुरी 8 2
कालकाजी 9 1

Last Updated : Oct 16, 2019, 9:50 AM IST
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