नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर पिछले करीब चार महीने से किसान धरना पर बैठे हैं. सोमवार को किसानों को समर्थन देने के लिए रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी अपने विधायकों के साथ धरना स्थल पर पहुंचे. इस दौरान चौधरी ने कहा कि जी-20 समिट में किसानों की आवाज को अनसुना किया गया. रालोद हमेशा से किसानों की आवाज रहा है और किसानों की ही पार्टी है.
अपनी मांगों को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे किसानों में जयंत चौधरी को देखते ही उत्साह का संचार हो गया. उसके बाद किसानों ने प्राधिकरण के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं, राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने किसानों का समर्थन किया और उनकी समस्याओं को भी सुना. चौधरी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा पर किसान पिछले 118 दिन से धरना दे रहे हैं. इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि वह किसानों की मांगों का समर्थन करते हैं. 12 सितंबर को भी पार्टी के कार्यकर्ता नेता और विधायक धरने पर समर्थन देने आएंगे. इस दिन किसानों ने प्राधिकरण को बंद करने का ऐलान किया है.
जयंत चौधरी का बीजेपी पर निशाना: रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उनका एनडीए में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है. ना ही भाजपा की तरफ से कोई नेता मिला है. फिलहाल, हम अपने जिला पदाधिकारी के साथ बैठक कर संगठन को विस्तार देने पर चर्चा की है. साथ ही आगामी चुनाव कैसे लड़ा जाएगा इस बात पर चर्चा की. चौधरी ने जी-20 को लेकर कहा कि विश्व भर में ऐसी बैठक होती रहती है. बात का बतंगड़ बनाया जा रहा है. सरकार ने इसमें किसानों के हित के लिए कोई एजेंडा शामिल नहीं किया. वह सिर्फ पूंजीपतियों और उद्योगपतियों को ध्यान में रखकर किया गया. सम्मेलन में करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन किसानों की आवाज को अनसुना किया गया.
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