नई दिल्ली: नई दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन इलाके में एक परिवार ने अपने लापता पालतू बिल्ले को खोज कर लाने वालों के लिए इनाम की घोषणा की है. बिल्ले का नाम पर्सी है और उसकी उम्र 7 साल है. परिवार ने इसकी खोज और बिल्ले की जानकारी के लिए इलाके में कई पोस्टर लगा रखे हैं. बिल्ले के लिए परिवार की दीवानगी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है.
घर से घूमने निकला था बिल्ला: दिल्ली के आईपी एक्सटेंशन के जोशी कॉलोनी स्थित गली नंबर 6 में रहने वाले भजन दास ने बताया कि वह मकान बनाने का ठेका लेते हैं. 7 साल पहले वह आर्य नगर में एक मकान बना रहे थे. इस दौरान उन्हें बिल्ली का बच्चा (बिल्ला) मिला था जिसे वह घर लेकर आ गए. उसके बाद दोबारा उसे आर्य नगर छोड़ने गए लेकिन बिल्ला रोने लगा उनके पास से नहीं जा रहा था. इसके बाद वो उसे घर लाए और पाल लिया. भजन दास ने बताया कि पहले वह बिल्ले के गले में पट्टा बांधकर सुबह-शाम घूमते थे लेकिन अगस्त से वह बिल्ले को सुबह पांच बजे घूमने के लिए छोड़ देते थे. बिल्ला घूम कर नौ बजे तक घर आ जाता था लेकिन 7 सितंबर को बिल्ला सुबह घर से घूमने के लिए निकला लेकिन वापस नहीं लौटा.
7 सितंबर से लापता: भजन दास ने बताया कि बीती 7 सितंबर से उनका बिल्ला लापता है. उन्होंने काफी तलाश की लेकिन बिल्ला कहीं नहीं मिला. इसके बाद उन्होंने बिल्ले को दिखने वाले को 2000 और ढूंढ कर देने वाले को 5000 रुपये इनाम देने का पोस्टर जगह-जगह लगाया. अभी तक बिल्ला नहीं मिल पाया है इसलिए अब उन्होंने राशि बढ़ा दी है. बिल्ले को दिखाने वाले को 5000 और ढूंढ कर लाने वाले को 11000 का इनाम देने के लिए जगह-जगह पोस्टर लगाया हुआ है. भजन दास ने आईपी एक्सटेंशन, हसनपुर डिपो, राज विहार, पटपड़गंज व आसपास के इलाकों में पोस्टर चिपकाए हैं. परिवार में सभी को बिल्ले से लगाव है. और बिल्ला लापता होने से पूरा परिवार परेशान है.
ये भी पढ़ें: दिल्ली-NCR में सुबह-शाम गुलाबी ठंड, बारिश को लेकर आया बड़ा अपडेट, जानिए कैसा रहेगा आज का मौसम
2 बार काटने पर भी नहीं किया बाहर: भजन दास ने बताया कि एक बार वह बिल्ले को घूम रहे थे और इस दौरान करीब चार कुत्तों ने घेर लिया. उन्होंने बिल्ले को बचाने के लिए उठा लिया और तभी बिल्ले ने हाथ मे काट लिया. भजन दास ने कहा कि बिल्ला कुत्तों से लड़ना चाहता था और उन्होंने हाथ में पकड़ रखा था इसलिए काट लिया था. लोगों के कहने पर वह बिल्ले को आर्य नगर छोड़ने के लिए गए लेकिन वह वापस उनके पीछे आने लगा तो वह उसे घर ले आए.
दूसरी बार बिल्ले ने काटा तो उसे 15 दिन के लिए आर्य नगर में इस स्थान पर छोड़ दिया जहां से उसे ले आए थे. 15 दिन बाद वह साइट पर काम कर रहे थे और तभी उनकी आवाज सुनकर बिल्ला फिर आ गया. वह घायल अवस्था में था. भजन दास बिल्ले को घर ले आये और करीब 1 माह तक उन्होंने अस्पताल में बिल्ले का इलाज कराया. इसके बाद उन्होंने कभी बिल्ले को घर से बाहर करने को नहीं सोचा. उनकी छोटी बेटी रिंकी ने बिल्ले का नाम पर्सी रखा, जो परिवार के सदस्य की तरह बन गया.
ये भी पढ़ें: प्रदूषण के कारण बढ़ रही सांस संबंधी बीमारियां, दुनिया में अस्थमा से होने वाली 43 प्रतिशत मौतें सिर्फ भारत में