नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोन के कारण जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों की सहायता के लिए दिल्ली सरकार ने मुआवजा देने का ऐलान किया है. इसके साथ ही अगर किसी परिवार में कमाने वाले शख्स की कोरोना से मौत हो जाती है, तो ऐसे परिवार वालों को भी दिल्ली सरकार ढाई हजार रुपये महीने पेंशन देने की घोषणा कर चुकी है, लेकिन बड़ा सवाल ये उठता है की घोषणाएं तो हो चुकी हैं, इन्हें लागू कब से किया जाएगा.
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लग सकता है एक महीने का समय
दिल्ली सरकार ने कोरोना के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवार वालों को राहत देने के लिए भले ही कई घोषणाएं की हो, लेकिन इन घोषणाओं को लागू करने में 1 महीने तक का समय लग सकता है. अभी अधिकारी इन घोषणाओं का ड्राफ्ट तैयार कर रहे हैं.
ड्राफ्ट तैयार होने के बाद इसे लॉ डिपार्टमेंट में भेजा जाएगा, जहां से मंजूरी मिलने के बाद फाइनेंस डिपार्टमेंट भेजा जाएगा. फाइनेंस डिपार्टमेंट से मंजूरी मिलने के बाद कैबिनेट की बैठक में इन योजनाओं को स्वीकृति मिलेगी. जिसके बाद दिल्ली के सभी जिलाधिकारी के माध्यम से इस योजना को लागू किया जाएगा.
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ऐसे में यह समझा जा सकता है कि अभी लोगों को राहत देने के लिए सिर्फ घोषणा हुई है, लेकिन इन्हें वास्तविक रूप से लागू करने में 1 महीने का समय लग सकता है. क्योंकि अधिकारी अभी के समय सभी जिलों से डाटा एकत्रित कर रहे हैं. जिसके बाद उन्हें कंपाइल करके लॉ डिपार्टमेंट भेजा जाएगा, जहां आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. सभी प्रक्रियाओं को पूरा होने में करीब 1 महीने का समय लग सकता है.
यह थी सभी घोषणाएं...
- सरकार 72 लाख राशन कार्ड धारकों को हर महीने 5 किलो राशन देती है, इस महीने 5 किलो केंद्र की तरफ से दिया जा रहा है. इस महीने राशन मुफ्त होगा.
- सरकार ने कहा था, जिन लोगों की कोरोना से मौत हुई, उनसे हमारी सहानुभूति है. इस मुसीबत की घड़ी में हर परिवार को जहां कोरोना से मौत हुई है, उनको 50 हजार रुपये दिए जाएंगे.
- जिन परिवारों में कमाने वाले व्यक्ति की मौत हुई है, वहां 2500 रुपये मासिक की पेंशन दी जाएगी. अगर मरने वाला अविहाहित है, तो ऐसे में उनके माता-पिता को पेंशन दी जाएगी.
- जिन बच्चों के दोनों मां-पिता की मौत हुई या पहले से कोई पैरेंट नहीं था और अब दूसरे पैरेंट की कोरोना से मौत हुई है, जो अनाथ हुए हैं उन्हें 2500 महीना दिए जाएंगे. उनकी पढ़ाई लिखाई का खर्चा भी दिल्ली सरकार वहन करेगी.