नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के लाल किले मैदान में आयोजित लव कुश रामलीला में आठवे दिन मंचन की शुरूआत लक्ष्मण मूर्छा, कुंभकरण वध, वायु मार्ग से हनुमानजी के संजीवनी बूटी लाने और वैद्य सुषेण द्वारा लक्ष्मण का उपचार करने के दृश्यों से हुई. जब वायु मार्ग से हनुमान जी के आने का दृश्य देखकर दर्शक रोमांचित हो उठे. लक्ष्मण के होश में आते ही मैदान श्री राम और हनुमान जी के जयकारों से गूंज उठा.
मंचन के दौरान पहले दृश्य में मेघनाद और लक्ष्मण में युद्ध होता है जिसमें लक्ष्मण मूर्छित हो जाते है. वहीं, वैद्य के कहने पर हनुमानजी संजीवनी बूटी लाने जाते हैं, संजीवनी से लक्ष्मण की मूर्छा खुलती है. इसके बाद युद्ध में खुद को हारता देख रावण मैदान में कुंभकरण को भेजने का निर्णय करता है. ढोल-नगाड़ों के बीच कुंभकरण को उठाया जाता है वह भोजन करता है. जिसके बाद रावण उसे युद्ध का पूरा हाल बताता है. कुंभकरण भी रावण को राम की शरण में जाने के लिए कहता है जिस पर रावण क्रोधित हो जाता है बाद में भाई की आज्ञा को मान कर कुंभकरण युद्ध के मैदान में चला जाता है. युद्ध होता है और श्री राम कुंभकरण का संहार कर देते हैं.
वहीं, आठवां दिन राजपाल यादव लव कुश रामलीला देखने पहुंचे. उन्होंने मंचन के समापन के बाद भगवान श्री राम का आशीर्वाद लिया और उनकी आरती की. लव कुश रामलीला के आयोजक ने बताया अंतिम दिन राम रावण युद्ध, भरत मिलाप एवं श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का मंचन किया जायेगा. बता दें कि दिल्ली के लाल किले मैदान में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी, लव कुश रामलीला, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में श्री राम धार्मिक रामलीला समिति, द्वारका की रामलीला, पीतमपुरा, रोहिणी, पटेल नगर, पंजाबी बाग, संगम विहार, चिराग दिल्ली, समेत दिल्ली की अलग-अलग जगह पर रामलीलाओं का मंचन हो रहा है.