नई दिल्ली/गाजियाबाद: लोनी नगर पालिका परिषद (Loni Municipal Council) की चेयरपर्सन रंजीता धामा (Ranjita Dhama) ने बीजेपी को अलविदा कह दिया है. उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को भेजा. गुरूवार को उन्होंने लोनी सीट के लिए बतौर निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन किया. इस दौरान रंजीता धामा ने कहा कि नंदकिशोर गुर्जर को हराने के लिए वह चुनावी मैदान में निर्दलीय उतरी हैं. "मैं भाजपा को उनके गलत फैसलों का अंजाम दिखाना चाहती हूं"
बता दें, लोनी नगर पालिका की चेयर पर्सन रंजीता धामा ने लोनी में कुछ समय पहले पंचायत किया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह पार्टी छोड़ देंगी. उन्होंने बुधवार को पार्टी छोड़ने का निर्णय भी लिया था. उनका कहना था कि पति मनोज धामा को गलत तरीके से जेल भेजा गया है. इसमें बीजेपी के प्रत्याशी नंदकिशोर गुर्जर का हाथ है, जो पांच साल तक विधायक रहा है. रंजीता धामा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष को एक लेटर लिखा था. उसमें कहा था कि वह नंदकिशोर गुर्जर को बीजेपी से टिकट मिलने से काफी आहत है. रंजीता धामा चाहती थी, कि उन्हें लोनी विधानसभा से बीजेपी इस बार टिकट दें. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
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रंजीता धामा ने कहा कि वह नंदकिशोर गुर्जर को हराने के लिए वह चुनाव लड़ रही हैं. इसलिए उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को अलविदा कह दिया है. पार्टी के गलत फैसलों का अंजाम क्या होता है, यह सब को नजर आएगा. उन्होंने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी आज नामांकन कर दिया है. उनके अचानक पार्टी को छोड़ने से लोनी में बीजेपी कार्यकर्ताओं और रंजीता धामा के समर्थकों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. लेकिन अब बीजेपी कार्यकर्ताओं और रंजीता धामा के समर्थकों के बीच आने वाले वक्त में दो फाड़ की स्थिति देखने को मिल सकती है. फिलहाल रंजीता थाना लोनी नगर पालिका परिषद से चेयर पर्सन हैं.