नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार पर जल बोर्ड में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए. साथ ही उन्होंने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग की है. रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि अब तो दिल्ली सरकार के विधायकों द्वारा खुद मान लिया गया है कि दिल्ली जल बोर्ड दिवालियापन की कगार पर है. पिछले कई महीनों से दिल्ली में जल बोर्ड द्वारा किए जाने वाले काम रखे हैं. विकास कार्यों के लिए फंड नही है. वहीं दूसरी तरफ मनमाने ढंग से दिल्ली के लोगों को पानी के बिल भेज कर परेशान किया जा रहा है. (Ramveer Singh Bidhuri demands Manish Sisodia resignation)
उन्होंने कहा कि बोर्ड के दिवालियेपन की बात दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरपर्सन और आप विधायक सौरभ भारद्वाज के साथ विधानसभा याचिका समिति के अध्यक्ष अखिलेश पति त्रिपाठी ने स्वीकार भी किया है. बीते 6 महीने से पीने के पानी की लाइन का काम जहां रुका है. वहीं, 8 महीने से सीवर लाइन का काम दिल्ली में स्थिर है. इसके अलावा यमुना की सफाई का काम पूरी तरीके से ठप है और दिल्ली जल बोर्ड द्वारा कर्मचारियों को निकाला जा रहा है. उपमुख्यमंत्री दिल्ली जल बोर्ड के अध्यक्ष होने के साथ फाइनेंस कमेटी के मुखिया भी हैं, उन्हीं के वित्तीय विभाग द्वारा जल बोर्ड को दिल्ली में विकास कार्यों के लिए फंड मुहैया नहीं कराया जा रहा है. हालातों को देखते हुए मैं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के इस्तीफे की मांग करता हूं, क्योंकि उन्हीं की पार्टी के विधायकों द्वारा उन्हीं पर आरोप लगाए गए हैं.
बिधूड़ी ने कहा कि आज दिल्ली जल बोर्ड 58 हजार करोड़ के घाटे में चल रहा है. सीएजी द्वारा बार-बार कहने के बावजूद 2016 से लेकर आज तक जल बोर्ड के खर्चों को लेकर ऑडिट नहीं करवाया गया है. इस सबके बीच दिल्ली में लोगों से मनचाहे ढंग से पानी के बिल के चार्जेज वसूले जा रहे हैं. आज मैं आपके सामने ऐसे सैकड़ों बिल लेकर आया हूं जिन्हें मनचाहे ढंग से बनाकर लोगों को भेजा गया है और दिल्ली वासियों को परेशान किया जा रहा है. चाहे लक्ष्मी नगर, रोहतास नगर, अशोकनगर हो या फिर वेलकम जेजे क्लस्टर कॉलोनी हर जगह लाखों रुपए में दिल्ली के लोगों को पानी के बिल भेजे जा रहे हैं. उसका भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है.