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केजरीवाल से प्यार करने वाला अब कोई नहीं बचा- रमेश बिधूड़ी - केजरीवाल अभियान

कुछ दिनों से दिल्ली की सड़कों पर चल रही ऑटो रिक्शा के पीछे 'आई लव केजरीवाल' स्लोगन लिखा हुआ दिख रहा है. विपक्ष ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि दरअसल, मामला उल्टा है. ऑटो वाले आई हेट केजरीवाल के पक्षधर हैं.

सांसद रमेश बिधूड़ी ETV BHARAT
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Published : Sep 4, 2019, 11:12 PM IST

Updated : Sep 4, 2019, 11:49 PM IST

नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव होने में अब चंद महीने बचे हुए हैं. सभी पार्टियां चुनावी तैयारी में जुट गई हैं. सत्ता पर काबिज AAP सरकार को साल 2015 में प्रचंड बहुमत दिलाने में दिल्ली के जिन ऑटो वालों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अब केजरीवाल सरकार एक बार फिर उनका समर्थन दोबारा चाहती है.

रमेश बिधूड़ी - AAP से प्यार करने वाला अब कोई नहीं बचा

हालांकि बहुतायत ऑटो वाले सरकार से दूर हो चुके हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की सड़कों पर चल रही ऑटो रिक्शा के पीछे 'आई लव केजरीवाल' स्लोगन लिखा हुआ दिखता है. विपक्ष ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि दरअसल, मामला उल्टा है. ऑटो वाले आई हेट केजरीवाल के पक्षधर हैं.


केजरीवाल सरकार के पक्ष में चल रहे इस कैंपेन को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

'ऑटो वाले केजरीवाल के झांसे में नहीं आने वाले'
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि ऑटो वालों के लिए भले ही सरकार ने किराए में बढ़ोतरी कर दी और अब चुनावी स्टंट करते हुए उनके फिटनेस शुल्क और जीपीएस ट्रैकिंग जैसे चार्ज को माफ कर दिया. लेकिन यह ऐसा ही हुआ कि किसी को मार कर घर उजाड़ कर उसे बाद में मरहम लगाने के लिए दे दो.

ऑटो वाले इस बात से भली-भांति वाकिफ हैं कि केजरीवाल ने जो फिटनेस जांच शुल्क और अन्य शुल्क माफ किए हैं. ये हमेशा के लिए नहीं हो सकता. क्योंकि ऐसा संभव ही नहीं है. 2-3 महीने बाद इसे हटा लिया जा सकता. मोटर व्हीकल एक्ट में छूट देने का कोई प्रावधान ही नहीं है. इसीलिए वो केजरीवाल के इस झांसे में नहीं आने वाले हैं.

'केजरीवाल की गिरती लोकप्रियता का परिचायक'
AAP द्वारा आई लव केजरीवाल अभियान चलाना दिल्ली की राजनीति से केजरीवाल की गिरती लोकप्रियता का परिचायक है. केजरीवाल के इस अभियान पर तंज कसते हुए रमेश बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल को खुद आई लव केजरीवाल कहना पड़ रहा है. इससे यह साबित होता है कि दिल्ली में केजरीवाल से प्यार करने वाला अब कोई नहीं बचा है. इसलिए केजरीवाल ने स्वयं ही अपना स्लोगन लॉन्च कर दिया है.

रमेश बिधूड़ी का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम ने AAP को अंदर से झकझोर कर रख दिया है. केजरीवाल को समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्या करें? जिसके कारण वो सत्ता में बने रहें.

नई दिल्ली: विधानसभा चुनाव होने में अब चंद महीने बचे हुए हैं. सभी पार्टियां चुनावी तैयारी में जुट गई हैं. सत्ता पर काबिज AAP सरकार को साल 2015 में प्रचंड बहुमत दिलाने में दिल्ली के जिन ऑटो वालों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. अब केजरीवाल सरकार एक बार फिर उनका समर्थन दोबारा चाहती है.

रमेश बिधूड़ी - AAP से प्यार करने वाला अब कोई नहीं बचा

हालांकि बहुतायत ऑटो वाले सरकार से दूर हो चुके हैं, लेकिन पिछले कुछ दिनों से दिल्ली की सड़कों पर चल रही ऑटो रिक्शा के पीछे 'आई लव केजरीवाल' स्लोगन लिखा हुआ दिखता है. विपक्ष ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि दरअसल, मामला उल्टा है. ऑटो वाले आई हेट केजरीवाल के पक्षधर हैं.


केजरीवाल सरकार के पक्ष में चल रहे इस कैंपेन को लेकर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

'ऑटो वाले केजरीवाल के झांसे में नहीं आने वाले'
रमेश बिधूड़ी ने कहा कि ऑटो वालों के लिए भले ही सरकार ने किराए में बढ़ोतरी कर दी और अब चुनावी स्टंट करते हुए उनके फिटनेस शुल्क और जीपीएस ट्रैकिंग जैसे चार्ज को माफ कर दिया. लेकिन यह ऐसा ही हुआ कि किसी को मार कर घर उजाड़ कर उसे बाद में मरहम लगाने के लिए दे दो.

ऑटो वाले इस बात से भली-भांति वाकिफ हैं कि केजरीवाल ने जो फिटनेस जांच शुल्क और अन्य शुल्क माफ किए हैं. ये हमेशा के लिए नहीं हो सकता. क्योंकि ऐसा संभव ही नहीं है. 2-3 महीने बाद इसे हटा लिया जा सकता. मोटर व्हीकल एक्ट में छूट देने का कोई प्रावधान ही नहीं है. इसीलिए वो केजरीवाल के इस झांसे में नहीं आने वाले हैं.

'केजरीवाल की गिरती लोकप्रियता का परिचायक'
AAP द्वारा आई लव केजरीवाल अभियान चलाना दिल्ली की राजनीति से केजरीवाल की गिरती लोकप्रियता का परिचायक है. केजरीवाल के इस अभियान पर तंज कसते हुए रमेश बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल को खुद आई लव केजरीवाल कहना पड़ रहा है. इससे यह साबित होता है कि दिल्ली में केजरीवाल से प्यार करने वाला अब कोई नहीं बचा है. इसलिए केजरीवाल ने स्वयं ही अपना स्लोगन लॉन्च कर दिया है.

रमेश बिधूड़ी का कहना है कि लोकसभा चुनाव के परिणाम ने AAP को अंदर से झकझोर कर रख दिया है. केजरीवाल को समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्या करें? जिसके कारण वो सत्ता में बने रहें.

Intro:नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव होने में अब चंद महीने बचे हुए हैं. सभी पार्टियां चुनावी तैयारी में जुट गई है. सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी सरकार को वर्ष 2015 में प्रचंड बहुमत दिलाने में दिल्ली के जिन ऑटो वालों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, केजरीवाल सरकार उनका समर्थन फिर दोबारा चाहती है. हालांकि बहुतायत ऑटो वाले सरकार से दूर हो चुके हैं मगर पिछले कुछ दिनों से जिस तरह दिल्ली की सड़कों पर चल रही ऑटो रिक्शा के पीछे "आई लव केजरीवाल" स्लोगन लिखा हुआ दिखता है विपक्ष ने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि दरअसल, मामला उल्टा है. ऑटो वाले आई हेट केजरीवाल के पक्षधर हैं.


Body:केजरीवाल सरकार के पक्ष में चल रहे इस चैंपियन को लेकर ईटीवी भारत से खास बातचीत में भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि ऑटो वालों को भले ही सरकार ने किराए में बढ़ोतरी कर दी और अब चुनावी स्टंट करते हुए उनके फिटनेस शुल्क तथा जीपीएस ट्रैकिंग जैसे चार्ज को माफ कर दिया. लेकिन यह ऐसा ही हुआ कि किसी को मार कर घर उजाड़ कर उसे बाद में मरहम लगाने के लिए दे दो.

ऑटो वाले इस बात से भली-भांति वाकिफ है कि केजरीवाल ने जो फिटनेस जांच शुल्क तथा अन्य शुल्क माफ किए हैं यह हमेशा के लिए नहीं हो सकता. क्योंकि ऐसा संभव ही नहीं है. 2-3 महीने बाद इसे हटा लिया जा सकता. मोटर व्हीकल एक्ट में छूट देने का कोई प्रावधान ही नहीं है. इसीलिए वह केजरीवाल की इस झांसे में नहीं आने वाले हैं.

उन्होंने कहा कि सिर्फ ऑटो वाले ही नहीं, पूरी दिल्ली जान गई है कि केजरीवाल झूठ और प्रपंच की राजनीति करना जानते हैं. केजरीवाल में एक और खासियत है कि वह है किसी से प्यार नहीं करते, बल्कि अपने आप से ही प्यार करते हैं. इसी का नतीजा है कि जिस भ्रष्टाचार की लड़ाई लड़कर जो सत्ता में आए अन्ना हजारे जैसे को अलग कर दिया. कुमार विश्वास समेत अन्य संस्थापक सदस्य को तुरंत हटाया. वह सिर्फ अपने आप से प्यार करते हैं.

आम आदमी पार्टी द्वारा आई लव केजरीवाल अभियान चलाना दिल्ली की राजनीति से केजरीवाल की गिरती लोकप्रियता का परिचायक है. केजरीवाल के इस अभियान पर तंज कसते हुए रमेश बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल को खुद आई लव केजरीवाल कहना पड़ रहा है. इससे यह साबित होता है कि दिल्ली में केजरीवाल से प्यार करने वाला अब कोई नहीं बचा है. इसलिए केजरीवाल ने स्वयं ही अपना स्लोगन लॉन्च कर दिया है. दिल्ली के गिने-चुने ऑटो पर या स्लोगन लिखा हुआ है और यह हाथ से पेंटिंग ब्रश के जरिए लिखा गया है. सबकी लिखावट एक जैसी है. इसी से पता लगता है कि एक ही शख्स कुछ गिने-चुने ऑटो पर लिखकर सिर्फ तोड़ने की कोशिश कर रहा है. लोकसभा चुनाव के परिणाम ने आम आदमी पार्टी को अंदर से झकझोर कर रख दिया है. केजरीवाल को समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्या करें?जिसके कारण वह सत्ता में बने रहें.

समाप्त, आशुतोष झा


Conclusion:
Last Updated : Sep 4, 2019, 11:49 PM IST
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