नई दिल्ली: अनाधिकृत कॉलोनियों के मुद्दे पर दिल्ली में सियासत नए सिरे से सर उठाती दिख रही है. एक तरफ इस मुद्दे पर बीजेपी 22 सितंबर को अनाधिकृत कॉलोनियों के लोगों के बीच जाने का ऐलान कर चुकी है, वहीं आम आदमी पार्टी 21 सितंबर को धोखा दिवस मना रही है. इधर कांग्रेस पार्टी ने इन दोनों पार्टियों के इस कदम को राजनीति करार दिया है.
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि बीजेपी केंद्र में शासन में है और आम आदमी पार्टी राज्य में. दोनों की एक नैतिक जिम्मेदारी बनती थी कि वे अनाधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करें, लेकिन दोनों ही अब इस मुद्दे पर वोट की राजनीति करते नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस कार्यकाल का किया जिक्र
शीला दीक्षित के 15 सालों के कार्यकाल का जिक्र करते हुए राजेश लिलोठिया ने कहा शीला जी के मुख्यमंत्री काल में कांग्रेस पार्टी ने अनाधिकृत कॉलोनियों को प्रोविजनल सर्टिफिकेट बांटा था और उसी समय इन्हें अधिकृत करने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन उसके बाद सत्ता में आई आम आदमी पार्टी ने उसे आगे नहीं बढ़ाया.
'इस मुद्दे पर सियासत नहीं'
अनाधिकृत कॉलोनियों में बीजेपी के दौरे और आम आदमी पार्टी द्वारा इस मुद्दे पर धोखा दिवस मनाए जाने के बाद अब इस पर कांग्रेस का आगामी कदम क्या होगा, इसे लेकर सवाल पूछने पर राजेश लिलोठिया ने कहा कि हम इस मुद्दे पर सियासत नहीं करना चाहते. हमारी सीधी मांग है कि बीजेपी और आम आदमी पार्टी मिलकर अनाधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने की दिशा में कदम बढ़ाएं.
'23 तारीख को पूछेंगे सवाल'
राजेश लिलोठिया ने ये भी कहा कि हम 23 तारीख को इन दोनों दलों से सवाल पूछेंगे कि अनाधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने के लिए इन्होंने कानून सम्मत तरीके से अब तक क्या कार्रवाई की है.