नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के सेवाएं विभाग के विशेष सचिव वाईवीवीजे राजशेखर ने उनके खिलाफ कदाचार व भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले नकुल कश्यप के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने आईपी एस्टेट पुलिस थाने में दी अपनी शिकायत में नकुल कश्यप पर अपने खिलाफ झूठे आरोप लगाने की एफआईआर दर्ज करने की मांग की है.
पुलिस को दी गई चार पेज की शिकायत में राजशेखर ने कहा है कि नकुल कश्यप ने सेवा विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज को दी शिकायत में कहा था कि वह मार्च में दिल्ली सचिवालय में उनके कार्यालय में उनसे मिलने आए थे. लेकिन बिल्डिंग के विजिटर्स रिकॉर्ड से पता चला कि वह मार्च और मई के बीच नहीं आए हैं. राजशेखर ने कहा कि विभाग के भीतर काम के आवंटन के अनुसार वह अनुकंपा के आधार पर नौकरी के मामले नहीं देख रहे थे. अपने पिता की जगह अनुकंपा के आधार पर नौकरी की मांग करने वाले नकुल कश्यप का आवेदन उनके सामने कभी रखा ही नहीं गया था.
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राजशेखर ने अपनी बातों के पक्ष में सचिवालय में आगंतुक प्रबंधन प्रणाली का रखरखाव करने वाले पीडब्ल्यूडी और सेवा विभाग के जवाब संलग्न किए हैं. राजशेखर ने कहा है कि दिल्ली पुलिस कंप्यूटरीकृत आगंतुक प्रबंधन प्रणाली और 4, 5 और 6 सहित दिल्ली सचिवालय के विभिन्न मंजिलों के एंट्री पॉइंट्स के सीसीटीवी फुटेज जब्त कर जांच सकती है.
राजशेखर के खिलाफ पिछले एक महीने में भ्रष्टाचार, जबरन वसूली, कदाचार और जालसाजी की कई शिकायतें आई हैं. नकुल कश्यप ने उनके खिलाफ अपनी शिकायत में कहा था कि सारी अर्हताएं पूरी करने के बावजूद उन्हें उनके पिता की जगह अनुकंपा नियुक्ति नहीं दी जा रही है. इसके लिए राजशेखर सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं.
नकुल कश्यप के पिता रमेश बाबू लोकनायक अस्पताल में अर्दली थे और 2016 में उनकी मृत्यु हो गई थी. नकुल ने दिल्ली सरकार के साथ-साथ दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि जब वह अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति के लिए राजशेखर से मिलने सचिवालय गए थे तो अधिकारी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनकी जाति को लेकर अपशब्द कहे. वहीं बार-बार मिल रही शिकायतों के बाद दिल्ली विधानसभा की दो समितियों ने दो अलग-अलग मामलों में राजशेखर को तलब किया है.
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