नई दिल्ली : रेलवे ट्रैक के किनारे पड़े कबाड़ ट्रेन और यात्रियों की सुरक्षा के लिए जहां कई बार खतरे का सबब बनते हैं .जैसे लोहे का कबाड़ रेलवे ट्रैक पर आ जाने से ट्रेन बेपटरी हो सकती है. इन सब को ध्यान में रखते हुए बीते 16 से 30 सितंबर तक रेलवे ने सफाई अभियान चलाया. जिसमें न सिर्फ रेलवे ट्रैक के पास पड़े कबाड़ को हटा कर अलग किया गया ताकि ट्रैक को सुरक्षित किया जा सके. साथ ही सफाई कर रेलवे स्टेशनों को भी चमकाया. 15 दिन की इस अभियान में दिल्ली मंडल में जो 385 मेट्रिक टन कबाड़ निकला उसे बेचने पर रेलवे को 4 करोड़ की कमाई हुई. अब इस 4 करोड़ की राशि का उपयोग रेलवे स्टेशन की सुंदरता और यात्रियों की सुविधा में लगाया जाएगा.
दिल्ली मंडल के डिविजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) सुखविंदर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर हर साल गांधी जयंती से पहले स्वच्छता पखवाड़ा चलाया जाता है. हमने विभिन्न थीम पर स्वच्छता पखवाड़ा चलाया. इस बार हमने रेलवे से कबाड़ को निकालने पर विशेष ध्यान दिया. पूरे मंडल में रेलवे ट्रैक के किनारे पड़े कबाड़ को एकत्र करने के साथ कार्यालयों में खराब पड़े पुराने कंप्यूटर और अन्य खराब उपकरण निकाले गए. इस तरीके से 385 मेट्रिक टन कबाड़ निकला. इसको नीलाम करने पर 4 करोड़ रुपए की कमाई हुई.
दिल्ली डिवीजन के वरिष्ठ मंडल सामग्री प्रबंधक प्रेम शंकर झा ने बताया कि इस बार सफाई अभियान रोजाना अलग-अलग थीम पर चलाया गया. जिसमे स्वच्छता शपथ और स्वच्छता जागरूकता, यात्री जागरूकता, फेरी से नो प्लास्टिक बैग, स्वच्छ रेलगाड़ी, स्वच्छ आहार, स्वच्छ नीर समेत अन्य थीम पर न सिर्फ सफाई अभियान चलाया गया बल्कि यात्रियों को भी जागरूक किया गया.
सफाई व्यवस्था अच्छी बनाये रखने के लिए रेलवे पूरी तरह तत्पर है और यात्रियों से भी इसमें सहयोग की अपील की गई है . यात्रियों से कूड़े को कूड़ेदान में ही डालने, जगह-जगह न फेंकने, स्वच्छता व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने की अपील की गई है .स्वच्छता केे इस अभियान को रेलवे द्वारा आगे भी जारी रखने की बात कही .
ये भी पढ़ें : एनआईए का दिल्ली, यूपी, राजस्थान और महाराष्ट्र में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी