नई दिल्ली: रेलवे ट्रैक से चाबी चोरी होना, ट्रैक पर पत्थर रखना और ट्रेन पर पत्थर मारने के मामलों को रोकने के लिए रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स (आरपीएफ) ने पेट्रोलिंग बढ़ा दी है. बिहार में ट्रेन हादसे के बाद आरपीएफ के जवान रेलवे ट्रैक पर पेट्रोललिंग के साथ दूरबीन से नजर रख रहे हैं, जिससे ट्रेन को बेपटरी होने की दुर्घटनाओं को रोका जा सके.
देश मे आए दिन कहीं ना कहीं ट्रैक से ट्रेन नीचे उतर रही है और हादसे हो रहे हैं. हादसे में लोगों की जान तक चली जा रही है. बुधवार रात बिहार में नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त होने से पांच यात्रियों की मौत हो गई और सबसे अधिक यात्री घायल हो गए. यह रेलवे की सुरक्षा और संरक्षण पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है.
असामाजिक तत्वों से है खतरा
आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक रेलवे का देश में बड़ा नेटवर्क है. हर जगह निगरानी संभव नहीं है. इसका फायदा उठाकर लोग रेलवे ट्रैक से चाबी चोरी कर लेते हैं. शरारती तत्व रेलवे ट्रैक पर पत्थर तक रख देते हैं. इससे भी ट्रेन में हादसा होने की संभावना बनी रहती है. इतना ही नहीं शरारती तत्व कई जगह ट्रेन पर पत्थर भी फेंक देते हैं, इससे यात्रियों के घायल होने की संभावना बनी रहती है. कई बार ट्रेन में गेट पर बैठे यात्रियों के हाथ मे डंडे से मारकर मोबाइल या सामान लूट लेते हैं.
पेट्रोलिंग के साथ सतर्कता बढ़ाई गई
दिल्ली डिवीजन के आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक ट्रेन हादसे रोकने के लिए रेलवे ट्रैकों पर पैदल पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है. इसके साथ ही सतर्कता भी बढ़ाई जा रही है. पेट्रोलिंग करने वाले जवानों को दूरबीन दी गई है, जिससे दूर तक आसानी से निगरानी की जा सके. इसके साथ ही रेलवे ट्रैक के आसपास घूमने वाले लोगों से भी पूछताछ की जा रही है.
कबाड़ियों के यहां भी पहुंच रही आरपीएफ
रेलवे ट्रैक से चाबी चोरी कर असामाजिक तत्व कबाड़ में भेज देते हैं. इस तरह की चोरी पर रोक लगाने के लिए आरपीएफ जहां एक तरफ पेट्रोलिंग कर रही है वहीं दूसरी तरफ कबाड़ खरीदने वालों के यहां पर भी जांच कर रही है. कबाड़ियों को हिदायत दी जा रही है कि वह रेलवे का कोई भी सामान न खरीदें. यदि कोई भी व्यक्ति रेलवे का कोई सामान बेचने के लिए लाता है तो इसकी सूचना पुलिस को दें. रेलवे अधिकारियों के मुताबिक अवैध तरीके से रेलवे लाइन पार करना या रेलवे लाइन पर जाना सेक्शन 147 के तहत दंडनीय अपराध है. इसमें जेल भी हो सकती है.
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