नई दिल्ली: पुरानी पेंशन की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में लाखों रेलवे कर्मचारी इकट्ठा हुए. रेलवे कर्मचारी यूनियन के अलग-अलग संगठनों के जुड़े कार्यकर्ताओं ने पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से बहाल करने की मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, वेस्ट बंगाल समेत कई राज्यों के विभिन्न संगठनों से जुड़े कर्मचारी वहां पहुंचे.
क्रेंद सरकार को चेतावनीः रामलीला मैदान पर अलग-अलग जगहों से पहुंचे कर्मचारियों ने कहा कि नई पेंशन स्कीम को हम नहीं चाहते हैं. इसलिए सरकार पुरानी पेंशन स्कीम को फिर से बहाल करें. लाखों की संख्या में गुरुवार को रामलीला मैदान पहुंचे सरकारी कर्मचारी यूनियनों ने पेंशन योजना को लेकर केंद्र सरकार को चेतावनी दी. प्रदर्शन में पहुंचे लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने हमारी बातों पर विचार नहीं किया तो आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में सरकार को परिणाम झेलना पड़ेगा. कर्मचारियों का कहना है कि नई पेंशन स्कीम को रद्द किया जाए और पुरानी पेंशन स्कीम को लागू किया जाए. जब तक उनकी यह मांग नहीं मानी जाती, तब तक वो लोग प्रदर्शन करते रहेंगे.
ये भी पढ़ें: Congress Protest: महंगाई, बेरोजगारी, नफरत और हिंसा के विरोध में यूथ कांग्रेस का जंतर-मंतर पर प्रदर्शन
कर्मचारियों के पास 10 करोड़ वोटर्स की ताकतः कर्मचारियों का कहना है कि आज के समय में बहुत सारे युवा कर्मचारी हैं. उन लोगों को अगर पेंशन नहीं मिलेगी तो बुढ़ापे में उनका सहारा कौन होगा. कर्मचारियों ने कहा कि यह उनके साथ अन्याय हो रहा है और अभी वो सरकार को अल्टीमेटम दे रहे हैं. अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो आगे जाकर वो लोग पूरी तरह से हड़ताल कर देंगे. हड़ताल का खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा.
नेशनल फेडरेशन इंडियन रेलवेमैन के आह्वान के बाद देशभर से कर्मचारी यहां पर पहुंचे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि रेलवे के करीब एक करोड़ कर्मचारी है और उनकी ताकत 10 करोड़ वोटरों की है. आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में सरकार को हम उखाड़ देंगे. जो सरकार हमारी बात सुनेगी हम उसी को वोट देंगे, इस बार हम वोट से चोट करेंगे.
ये भी पढ़ें: रामलीला मैदान में कर्ज माफी की मांग को लेकर प्रदर्शन, हजारों लोगों ने सरकार से मांगा जवाब