नई दिल्लीः संसद के शीतकालीन सत्र में इस बार विपक्ष लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ हमलावर दिखाई दे रहा है. केंद्र की नीतियों को लेकर ना सिर्फ लगातार कई गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं बल्कि बढ़ती महंगाई और बिगड़ती अर्थव्यवस्था को लेकर बीजेपी सरकार पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं. इन सबके बीच आज पंजाब से आप के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा (AAP Rajya Sabha MP Raghav Chadha) ने सदन के अंदर अपनी बात रखते हुए केंद्र की बीजेपी सरकार के ऊपर जमकर निशाना साधते हुए कई सवालों का जवाब मांगा.
राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने सदन में अनुदान के अतिरिक्त पैसे की मांग को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार को घेरा और कहा कि यह सुविधा देश के आम आदमी को भी मिलनी चाहिए, जिन्हें महीने के आखिरी दिनों में कठिन संघर्ष का सामना करना पड़ता है. राघव चड्ढा ने कहा कि प्रस्तावित बजट से अतिरिक्त पैसे की मांग के दो कारण है. पहला, वित्तीय वर्ष की शुरुआत में सरकार ने जनता को गुमराह करने के लिए राजकोषीय घाटे को छिपाकर आवश्यक धन की मात्रा को कम करके अपना बजट पेश किया. दूसरा कारण है कि सरकार बजट प्रबंधन में पूरी तरह विफल रही है.
सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि सरकार अतिरिक्त बजट की मांग को लेकर सदन में आई, लेकिन दो अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा होनी चाहिए. सरकार ने 40 लाख करोड़ रुपए का बजट इस साल पेश किया, लेकिन भारत के सभी मौजूदा आर्थिक संकेतक खतरे की घंटी बजा रहे हैं. इसलिए यह मुद्दा आज से 2-3 महीने बाद पेश होने वाले बजट 2023-24 की भी नींव रख सकता है. जिसके साथ राघव चड्ढा ने सदन के समक्ष दो बार बजट पर चर्चा का प्रस्ताव रखा.
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राघव चड्ढा ने कहा कि आज सरकार सदन में 3,25,757 करोड़ रुपये मांग रही है. इससे पहले राघव चड्ढा ने 8 प्रमुख आर्थिक समस्याओं की ओर सदन और वित्त मंत्री का ध्यान आकर्षित किया और कहा कि ये 8 बीमारियां हैं, जिनसे भारतीय अर्थव्यवस्था पूरी तरह गड़बड़ा गई है.