नई दिल्ली: हाल के दिनों में आवाजें उठती रही हैं कि चुनाव मुद्दों से भटक रहा है. चुनाव को मुद्दों पर लाने के लिए सिविल सोसाइटी, एनजीओ और जन आंदोलनों से जुड़े प्रमुख संगठन एक मंच पर आ रहे हैं.
चुनावी समय में देश को मुद्दों के ऊपर एकजुट करने के लिए देशभर के प्रमुख सामाजिक संगठनों ने कमर कस ली है. 'देश मेरा, वोट मेरा मुद्दा मेरा' नारे के जरिए लोगों को मुद्दों से जुड़ा जाएगा.
दिल्ली कन्स्टिट्यूशन क्लब में आज 2 दर्जन से अधिक राष्ट्रव्यापी संगठनों से जुड़े प्रमुख लोगों ने इस मुद्दे पर राष्ट्रव्यापी अभियान की घोषणा की. इसमें 600 से अधिक सिविल सोसाइटी समूह शामिल होंगे.
इन संगठनों के प्रतिनिधियों ने आज घोषणा की कि 23 मार्च यानी शहीद दिवस के अवसर पर देश भर में 'देश मेरा, वोट मेरा, मुद्दा मेरा' के बैनर तले कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
कन्स्टिट्यूशन क्लब के संवाददाता सम्मेलन में स्वराज इंडिया के योगेन्द्र यादव, एआईकेएस के हन्नन मौला, सामाजिक कार्यकर्ता हर्ष मंदर, नो वोटर लेफ्ट बिहाइंड फोरम के सलील शेट्टी, वादा ना तोड़ो अभियान की एनी नमाला, एनएपीएम के मधुरेश तथा युवा हल्ला बोल के अनुपम ने अपनी बात रखी.
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत से खास बातचीत में स्वराज इंडिया के योगेंद्र यादव ने कहा कि ऐसे समय में जबकि चुनाव को बेमतलब के मुद्दों पर हाईजैक किया जा रहा है, जरूरत है कि हम देश को असली मुद्दों से जोड़ें.
उन्होंने कहा कि इसी को देखते हुए 23 मार्च को राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया जाएगा. योगेंद्र यादव ने बताया कि 23 मार्च को असम के तिनसुखिया से प्रभातफेरी के साथ इस अभियान का आरंभ होगा, जो शाम में महाराष्ट्र के आदिवासी इलाके नंदूरबार में खत्म होगा.
इसके अलावा देश भर में करीब 1000 स्थलों पर इसे लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. दिल्ली में शहीद पार्क में कार्यक्रम होगा.
योगेंद्र यादव ने कहा कि इस अभियान के जरिए हम जो सत्ता में हैं उनसे जवाब मांगेंगे और जो सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं उनसे योजनाओं के बारे में पूछेंगे.