नई दिल्ली: वर्ल्ड स्टूडेंट डे के मौके पर दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय लिटरेचर एंड फिल्म काउंसिल द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि डीटीयू के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश सिंह मौजूद रहे. उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सफलता के लिए जीवन में सकारात्मक विचार होना जरूरी है.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2010 में पूर्व राष्ट्रपति डॉ कलाम के जन्मदिवस को वर्ल्ड स्टूडेंट डे के रूप में मनाया था. उसी दिन से इसे वर्ल्ड स्टूडेंट डे के तौर पर मनाया जाता है.
इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम बहुत ही ऊर्जावान और सकारात्मक व्यक्ति थे और आज की युवा पीढ़ी को उनके जीवन से सीखने की जरूरत है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी अंतिम सांस एक शिक्षक के रूप में क्लास में पढ़ाते हुए ली थी. वहीं प्रोफेसर सिंह ने छात्रों को डॉ कलाम के जीवन से प्रेरणा लेकर राष्ट्र निर्माण में अपनी सकारात्मक भागीदारी का प्रण लेने के लिए कहा.
वाइस चांसलर ने छात्रों को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की कविता 'कोशिश कर हल निकलेगा, आज नहीं तो कल निकलेगा' के जरिए छात्रों को अपने लक्ष्य पर केंद्रित होने के लिए कहा. साथ ही कहा कि वह व्यक्ति जीवन में सफलता जरूर पाता है जो कि अपने लक्ष्य पर टिका रहता है.